8 जनवरी को भारत बंद, देशभर में हड़ताल पर रहेंगे बैंकों के कर्मचारी
नर्इ दिल्ली। मोदी सरकार ( Modi government ) की नीतियों के खिलाफ विपक्षी दलों के बाद बैंकिंग सेक्टर्स के कर्मचारियों ने भी 8 जनवरी को हड़ताल पर रहने का फैसला लिया है। यानि आठ जनवरी को बैंकों का कामकाज पूरी तरह से बंद रहेगा। 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ( Trade Union ) ने नरेंद्र मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों के विरोध में भारत बंद का ऐलान किया है। दावा तो यहां तक किया जा रहा है कि इस बंद में 25 करोड़ लोग शामिल होंगे।
ट्रेड यूनियनों ने कसी कमर
बैंक यूनियनों ने दावा किया है कि आठ जनवरी को राष्ट्रव्यापी हड़ताल ( Nationwide strike ) में 25 करोड़ लोग शामिल होंगे। ट्रेड यूनियनों इंटक, एटक, एचएमएस, सीटू, एआईयूटीयूसी, टीयूसीसी, एसईडब्ल्यूए, एआईसीसीटीयू, एलपीएफ, यूटीयूसी सहित विभिन्न संघों और फेडरेशनों ने सितंबर, 2019 में 8 जनवरी, 2020 को हड़ताल पर जाने की घोषणा की थी।
छात्रों के लगभग 60 संगठनों और कुछ विश्वविद्यालयों के निर्वाचित पदाधिकारियों ने भी वृद्धि शुल्क संरचना और शिक्षा के व्यावसायीकरण के खिलाफ आवाज उठाने के एजेंडे के साथ हड़ताल में शामिल होने का फैसला किया है। ट्रेड यूनियनों ने जेएनयू हिंसा और अन्य विश्वविद्यालय परिसरों में इसी तरह की घटनाओं की निंदा की और पूरे भारत में छात्रों और शिक्षकों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की।
मोदी सरकार की नीतियां जनविराेधी
सीटू ने मोदी सरकार की नीतियों को जन विरोधी ( Anti Public ) करार दिया है। सीटी के कर्मर्चारी नेताआें का कहना है कि मोदी सरकार की नीतियों की वजह से बैंकिंग सेक्टसर् का हाल बहुत खराब है। सीटू ने सभी केंद्रीय कर्मचारियों भारत बंद को सफल बनाने का आहवान किया है।
आॅनलाइन बैंकिंग नहीं होगा प्रभावित
बैंक कर्मचारी और अधिकारियों के बैंक हड़ताल में शामिल होने से बैंकिंग सेवाओं पर काफी असर पड़ सकता है। बुधवार को बैंकों की कई शाखाएं बंद रह सकती हैं, क्योंकि बैंक यूनियनों ने कर्मचारियों को चाबियां स्वीकार नहीं करने को कहा है। इसको लेकर कई स्थानों पर एटीएम सेवाएं भी प्रभावित हो सकती हैं, लेकिन नेट बैंकिंग सामान्य रूप से कार्य करने की संभावना है। क्योंकि NEFT ऑनलाइन स्थानान्तरण अब 24×7 उपलब्ध है।
हड़ताल होने पर बैंकिंग सेवा चरमराने की आशंका
भारत का सबसे बड़ा बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने बैंक हड़ताल का सेवाओं पर असर कम उम्मीद किया है जबिक बैंक ऑफ बड़ौदा को डर है कि हड़ताल से संचालन पर असर पड़ सकता है। एसबीआई ने एक स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा है कि हड़ताल में भाग लेने वाले यूनियनों में हमारे बैंक कर्मचारियों की सदस्यता बहुत कम है।
इसलिए बैंकों के ऑपरेशन पर हड़ताल का असर कम से कम होगा। बैंक ऑफ बड़ौदा ने कहा कि यह हड़ताल के दिन सुचारू कामकाज के लिए आवश्यक कदम उठा रहा है लेकिन अगर हड़ताल होता है तो इसकी शाखाओं और कार्यालयों का कामकाज प्रभावित हो सकता है।
सरकारी क्षेत्र के सिंडिकेट बैंक (Syndicate Bank) के एक उच्च अधिकारी ने बताया कि 8 जनवरी को श्रमिक संगठनों की प्रस्तावित हड़ताल के मद्देनजर अपने ऑपरेशन को सामान्य बनाए रखने के लिए जरूरी उपाय कर रहा है। बैंक ने बीएसई को बताया कि उसे ऑल इंडिया बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन (AIBEA), बैंक एम्पलॉइज फेडरेशन ऑफ इंडिया (BEFI), इंडियन नेशनल बैंक एम्पलॉइज फेडरेशन (INBEF) और इंडियन नेशनल बैंक ऑफिसर्स कांग्रेस (INBOC) से प्रस्तावित एक दिवसीय आम हड़ताल के संबंध में नोटिस मिले हैं।
बैंक ने कहा कि वह इसे देखते हुए ऑपरेशन को सामान्य बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहा है, लेकिन इस कारण शाखाओं/दफ्तरों का कामकाज प्रभावित हो सकता है।
Source: Education