Throat Infection: गले की खराश आैर सूजन दूर करने में रामबाण हैं ये उपाय
Throat Infection In Hindi: सर्दियों के मौसम अक्सर गले में खराश और खांसी जैसी समस्याएं हो जाती है। इसमें गले में कांटे जैसी चुभन, खिचखिच और बोलने में तकलीफ जैसी समस्याएं आती हैं। ऐसा बैक्टीरिया और वायरस के कारण होता है। कई बार गले में खराश की समस्या एलर्जी और धूम्रपान के कारण भी होती है। गले के कुछ संक्रमण तो खुद-ब-खुद ही ठीक हो जाते हैं, लेकिन कुछ मामलों में इलाज की ही जरूरत पड़ती है। ऐसे में आप कुछ घरेलू उपायों से इस मौसमी परेशानी से राहत पा सकते हैं। आइए जानते हैं गले को राहत पहुंचाने वाले घरेलू उपायों के बारे में:-
दूध हल्दी
दूध में हल्दी मिलाकर पीने से गले में खराश से हुई सूजन और दर्द दोनों से आसानी से राहत पाई जा सकती है।आयुर्वेद में हल्दी के दूध को प्राकृतिक एंटीबायोटिक के नाम से भी जाना जाता है।
लहसुन
लहसुन में ऐलीसिन नामक खास तत्व मौजूद होता है, जो गले में इंफेक्शन पैदा करने वाले जीवाणुओं को मार देता है।
शहद
एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच शहद और नींबू का रस मिलाकर दिन में तीन बार पीने से भी सुखी खांसी से आराम पाया जा सकता है। शहद ह्यपेरटोनिक ओस्मोटिक हाइपरोनिक ऑसमाटिक की तरह कार्य करता है,जो गले की सूजन और दर्द को खत्म करने में मदद करता है।
मुलेठी चबाएं
मुलेठी को चबाने से गले की समस्याओ से राहत मिलती है। मौसम परिवर्तन के कारण गले में दर्द या खराश की समस्या से निजात के लिए मुलेठी का चूर्ण मुंह में रखकर चूसने से आपको काफी आराम मिलेगा।
लौंग खाएं
लौंग ऐंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होती है। जब भी आपको गले की खराश महसूस हो, लौंग चबाएं,आपको फायदा मिलेगा।
अदरक का इस्तेमाल
अदरक में ऐंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो गले की सूजन व दर्द को दूर करता है। इसलिए अदरक का सेवन किसी न किसी रूप में करकर इन समस्याओं से निजात पा सकते हैं।
अन्य उपाय
– गले की नमी बनाए रखने के लिए पानी और जूस जैसे तरल पदार्थ को खूब पिएं।
– हलवा, जई (ओट्स) और सूप जैसी नर्म चीजें खाएं-पिएं।
– नमक के गुनगुने पानी से गरारे करें। इससे गले में आराम मिलेगा।
– अदरक, इलायची और काली मिर्च वाली चाय गले की खराश में बेहद आराम पहुंचाती है। साथ ही इस चाय में जीवाणुरोधक गुण भी हैं। इस चाय को नियमित रूप से पीने से गले को आराम मिलता है और खराश दूर होती है।
– धूम्रपान न करें और ज्यादा मिर्च-मसाले वाला भोजन न लें।
– खान-पान में विशेष तौर पर परहेज बरतें। फ्रिज का ठंडा पानी न पिएं, न ही अन्य ठंडी चीजें खाएं।
Source: Health