Union Budget 2020: मिशन इंद्रधनुष में जुड़ी पांच नर्इ वैक्सीन, जानिए किसे होगा लाभ
Union Budget 2020 स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपने बजट भाषण में कई घोषणाएं की हैं। उन्होंने स्वास्थ्य सेक्टर के लिए 69 हजार करोड़ रुपए का आवंटन किया है। पीपीपी मॉडल व आयुष्मान योजना के तहत नए अस्पतालों की निर्माण, 2022 तक हर जिले में जन औषधि केंद्र बनाने की घोषणा की।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में इंद्रधनुष योजना ( Mission Indradhanush ) का जिक्र करते हुए कहा कि इस योजना में 12 नर्इ बीमारियाें काे शामिल किया गया है, साथ ही पांच नए वैक्सिन को भी जोड़ा गया है। जिससे लाभार्थियों को और अधिक लाभ मिलने की उम्मीद है। आइए जानते हैं क्या है इंद्रधनुष योजना और किसे मिलता है लाभ
मिशन इंद्रधनुष
सभी बच्चों और गर्भवती महिलाओं को तीव्रता से संपूर्ण टीकाकरण कवरेज प्रदान करने के लिए कार्यक्रम को मज़बूत बनाने और पुन: क्रियान्वित करने करने के लिए भारत सरकार ने दिसंबर वर्ष 2014 में “मिशन इंद्रधनुष” का शुभारंभ किया।
मिशन इंद्रधनुष का लक्ष्य:
मिशन इंद्रधनुष का मुख्य लक्ष्य दो वर्ष तक की उम्र के सब बच्चों और गर्भवती महिलाओं का सभी उपलब्ध टीकों के माध्यम से पूर्ण प्रतिरक्षण सुनिश्चित करना है। सरकार ने देश के 28 राज्यों में से 200 उच्च जोखिम से पीड़ित जिलों की पहचान की है, जिनमें आंशिक प्रतिरक्षित और अप्रतिरक्षित बच्चों की संख्या अधिक हैं।
इससे पहले पूर्ण प्रतिरक्षण कवरेज में वृद्धि प्रतिवर्ष 1% थी, जो कि मिशन इंद्रधनुष के पहले दो चरणों के माध्यम से प्रतिवर्ष 6.7% तक बढ़ गयी है। मिशन इंद्रधनुष के चार चरणों का आयोजन अगस्त 2017 तक किया जा चुका हैं तथा 2.53 करोड़ से अधिक बच्चों एवं 68 लाख गर्भवती महिलाओं को टीका लगाया गया है।
सघन मिशन इंद्रधनुष (आईएमआई)
टीकाकरण कार्यक्रम को विस्तारित करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 8 अक्टूबर, 2017 को सघन मिशन इंद्रधनुष (आईएमआई) का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम के माध्यम से भारत सरकार का लक्ष्य दो वर्ष से कम आयु के प्रत्येक बच्चे और उन सभी गर्भवती महिलाओं तक पहुंचना है, जो नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत बच गए हैं। दिसंबर वर्ष 2018 तक नब्बे प्रतिशत से अधिक पूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित करने हेतु चयनित जिलों और शहरों में टीकाकरण कवरेज में बढ़ोतरी के लिए विशेष अभियान पर ध्यान केंद्रित किया गया था।
आईएमआई के तहत अक्टूबर 2017 और जनवरी 2018 के बीच हर महीने सर्वोच्य प्राथमिकता वाले जिलों और शहरी क्षेत्रों के 173 जिलों (16 राज्यों के 121 जिलों और 17 शहरों और 8 पूर्वोत्तर राज्यों के 52 जिलों) में निरंतर सात दिनों तक टीकाकरण चरण आयोजित किए गये थे। सघन मिशन इंद्रधनुष शहरी क्षेत्रों एवं चयनित जिलों (उच्च प्राथमिकता वाले जिलों) में चलाया गया था, जहां टीकाकरण कम हुआ था। एक स्थान से दूसरे स्थान पर प्रवास करने वाले शहरी झुग्गी-झोपड़ियों और उप-केंद्रों में निवास करने वाले लोगों पर विशेष ध्यान दिया गया था, जहां टीकाकरण या तो नहीं हुआ या उसका प्रतिशत बहुत कम था। राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन (एनयूएचएम) के अंतर्गत शहरी बस्तियों और शहरों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया था।
सघन मिशन इंद्रधनुष 2.0 (आईएमआई)
देश में नियमित टीकाकरण कवरेज को बढ़ावा देने के लिए, भारत सरकार ने दिसंबर 2019 से मार्च 2020 तक चयनित जिलों और ब्लॉकों में सब बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए सभी उपलब्ध टीकों की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए सघन मिशन इंद्रधनुश 2.0 की शुरुआत की।
आईएमआई 2.0 का उद्देश्य 27 राज्यों के 272 जिलों तथा दुर्गम स्थान और जनजातीय आबादी के साथ-साथ उत्तर प्रदेश और बिहार में ब्लॉक स्तर पर 652 ब्लॉकों में पूर्ण प्रतिरक्षण कवरेज का लक्ष्य प्राप्त करना है।
मिशन को सफल बनाने के लिए महिला और बाल विकास मंत्रालय, पंचायती राज मंत्रालय, शहरी विकास मंत्रालय, युवा कार्य मंत्रालय सहित अनेक मंत्रालय साथ-साथ काम करेंगे और अंतिम लक्ष्य तक टीके पहुंचाने का लाभ सुनिश्चित करने में केन्द्र सरकार को समर्थन देंगे।
Source: Health