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नियमों को ताक पर रखकर भाजपा-कांग्रेस नेता अवैध उत्खन्न से छलनी कर रहे तवा-नर्मदा

होशंगाबाद. प्रशासन और पुलिस की सांठगांठ से नर्मदा और तवा नदी से अवैध उत्खनन का खेल दिन-रात जारी है। हाल यह है कि नियमों को ताक पर रखकर सरपंच से अनुबंध कर पंचायत खदानों से अवैध उत्खनन किया जा रहा है। इसमें रसूखदारों से लेकर भाजपा-कांग्रेस के नेता और अफसर तक मिले हुए हैं। इस संबंध में मंगलवार को भी कलेक्टर-एसपी से शिकायत हुई। इधर प्रशासन-पुलिस के संयुक्त अमले ने सड़क पर चैकिंग कर ओवरलोड 10 डंपर जब्त किए। रेत चोरी के मामले में फरार पांच हजार का इनामी आरोपी माखन कीर भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

रेत खदान का ठेका नहीं दिया
नियमानुसार ग्राम पंचायत को संचालित के लिए दी गई रेत खदान का ठेका नहीं दिया जा सकता है। न ही किसी से अनुबंध किया जा सकता है। पंचायत की खदानों के संचालन के लिए सरपंच और सचिव ही जिम्मेदार होंगे। यदि दोनों शर्तों का उल्लंघन करते पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। बावजूद जिले में धड़ल्ले से सरपंच से नियमों के विपरीत अनुबंध करके कई खदानें चलाई जा रही हैं। इनकी शिकायत कलेक्टर-एसपी से भी ग्रामीणों ने की। बावजूद रसूखदारों के दबाव में कार्रवाई नहीं की जा रही है।

यहां पकड़े डंपर
राजस्व, खनिज और परिवहन विभाग ने मंगलवार को भोपाल रोड पर पांच घंटे तक चैकिंग की। इस दौरान दस डंपर ओवरलोड मिले जिन्हें जब्त कर लिया गया। इनमें रायल्टी से अधिक मात्रा में रेत थी। जब्त डंपरों को आईटीआई रोड स्थित कृषि मंडी में गार्डों की सुरक्षा में खड़े कराया गया है। कार्रवाई के दौरान वाहन चालक भाग गए थे। जब्त डंपरों में एमपी09 एचएच 8985, एमपी04 एचई 8215, एमपी09 एचजे 3429, एमपी09 एचजे 3531, एमपी04 एचई 7137, एमपी09 एचएच 6329, एमपी09 एचजे 8829 एवं एमपी09 एचजे 8818, एमपी09 एचजे 8824, एमपी09 एचजे 8828 शामिल हैं।

हो चुकी मिलीभगत उजागर
भोपाल तिराहे पर स्थित चौकी के पास अवैध रेत परिवहन करते ट्रक-डंपरों से वसूली के वीडियो वायरल हो चुके हैं। पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों के भी रेत माफिया से मिलीभगत के आडियो कई बार वायरल हुए बावजूद आला अफसरों ने कोई सख्त कार्रवाई नहीं की।

घर में ही फरारी काट रहा था रेत चोर, दो साथी के साथ गिरफ्तार
होशंगाबाद. एसपी एमएल छारी ने एक दिन पूर्व जिस फरार रेत चोर माखन कीर पर पांच हजार का ईनाम घोषित किया था, वह मंगलवार को पुलिस को घर (डोंगरवाड़ा) में ही मिल गया। उसके साथ पुलिस ने उसके दो साथी मोहसिन खान और विजय यादव को भी उसके घर से गिरफ्तार किया। तीनों को अदालत में पेश किया जहां से जेल भेज दिया गया। नदी न्यास के अध्यक्ष कंप्यूटर बाबा की फटकार के बाद प्रशासन ने खर्राघाट पर छापा मारकर रेत चोरी पाए जाने पर माखन और उसके भाई अशोक कीर सहित अजरुद्दीन और इन दो साथियों के खिलाफ १६ जनवरी को रेत चोरी और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज किया था। दो आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो चुके थे। माखन और अशोक पर 18 आपराधिक मामले दर्ज हैं।

शिकायतों के बाद भी नहीं हो रही कार्रवाई
जिले में पंचायतों को आवंटित 20 खदानें हैं, इनमें वर्तमान में आठ चालू हैं, जिनमें बालाभेंट, रायपुर-पांच, झालसर सेठ, जावली, पवारखेड़ा, रजौन की दो खदान सहित आमखेड़ी व पीलीकरार शामिल है। बाकी पिपरिया व सिवनीमालवा की पंचायत खदानें सीया व सीटीओ के प्रक्रिया पूरी नहीं होने से बंद चल रही है। इन खदानों की आड़ में सरपंच से मिलीभगत कर रेत माफिया खनन कर अवैध कारोबार चला रहा है। सरपंच-सचिवों से स्टांप पर अवैध तरीके से एग्रीमेंट कर कारोबार करने की कई शिकायतें कमिश्नर-कलेक्टर और खनिज विभाग के यहां होने के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही। कांग्रेस नेता और उनके साथी मिलकर पवारखेड़ा खुर्द की पंचायत खदान चलवा रहे हैं। इसकी लोकेंद्र राजपूत ने कलेक्टर से शिकायत की। रायपुर-5 खदान का भी सरपंच-सचिव ने रूपेश पेठे से अनुबंध कर उसे ठेका दे दिया है। इसकी शिकायत प्रिंस चौहान ने कलेक्टर व खनिज निगम अधिकारियों से की थी।



Source: Education