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Coronavirus: काेराेनाेवायरस से बचाव के लिए डाइट में शामिल करें ये 5 एंटी-वायरल फूड

Anti Viral Foods In Hindi: भारत में, नाेवल कोरोनोवायरस के 62 मामलों की पुष्टि हु्ई है। विश्व स्तर पर कोरोनोवायरस से अब तक 4,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 121,124 व्यक्ति संक्रमित हो चुके हैं। कोरोनोवायरस के संक्रमण को रोकने के लिए बुनयादी स्वच्छता रखने के साथ अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को ठीक रखना भी आवश्यक है। आज हम आपको इम्यूनिटी बूस्ट करने वाले एंटी-वायरल खाद्य पदार्थों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपकी रसोई में आसानी से मिल जांएगे। जिन्हें डाइट में शामिल कर आप कोरोनोवायरस समेत कई अन्य संक्रामक रोग के खिलाफ अपने शरीर की रक्षा प्रणाली को मजबूत कर सकते हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में

लहसुन
एलिसिन यौगिक से भरपूर लहसुन का नियमित सेवन इम्यूनिटी बूस्ट कर शरीर को संक्रमण के खिलाफ लड़ने में मदद करता है। आप रोज लहसुन की दो कली का गर्म पानी के साथ सेवन कर सकते हैं या इसे अपने दैनिक भोजन का एक हिस्सा बना सकते हैं, इसे सूप में डालकर भी पिया जा सकता है। और गर्म स्वाद के लिए जोड़ा जा सकता है।

दालचीनी
खाने की सुगंध बढ़ाने वाली दालचीनी वायरल इंफेक्शन रोकने में बहुत ही असरदार होती है। न्यूयॉर्क के टौरो कॉलेज द्वारा किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि दालचीनी में एंटीवायरल गुण होते हैं। अनुसंधान के इन निष्कर्षों के अनुसार दालचीनी भी वायरल संक्रमण के खिलाफ शरीर की रक्षा कर सकती है।

दालचीनी के सेवन के लिए आप इसे रात भर पानी में भिगोकर, अगली सुबह पी लें। आप चाहे तो एक चुटकी दालचीनी चाय या कॉफी में मिलाकर पिएं। इससे स्वाद भी बढ़ेगा और सेहत भी अच्छी रहेगी।

योगर्ट
प्रोबायोटिक से समृद्ध योगर्ट श्वसन संक्रमण के प्रभाव को कम करने के लिए जाना जाता है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) में प्रकाशित शोध के अनुसार, प्रोबायोटिक की खपत भी बच्चों में RTI (श्वसन पथ के संक्रमण) की घटनाओं को कम करने के लिए एक संभव तरीका प्रतीत होता है। आप इसे मीठे के तौर पर अपने भोजन में शामिल कर सकते हैं।

मशरूम
एंटीवायरल और जीवाणुरोधी यौगिक बीटा-ग्लूकन से समृद्ध मशरूम न केवल आपकी प्रतिरक्षा को किकस्टार्ट देने में मदद करता हैं बल्कि सूजन को भी कम करने में मदद करता है। मशरूम को सब्जी और सलाद के तौर पर आप अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।

मुलेठी
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) में प्रकाशित एक पेपर के अनुसार, मुलेठी में पाए जाने वाले सक्रिय यौगिकों में “एंटीवायरल, रोगाणुरोधी, एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटीट्यूमोर और अन्य गतिविधियों जैसे कई औषधीय गतिविधियां होती है। यह पुराने समय से ही गले में खराश और खांसी को दूर करने के लिए इस्तेमाल की जाती रही है। आप चाय में या काढ़ा बनाकर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।



Source: Health