Coronavirus: कोरोनोवायरस संक्रमण का संकेत हैं ये लक्षण, ऐसे करें पहचान
coronavirus Update In Hindi: दुनियाभर में कोरोना वायरस के कारण 4,600 लोगों की मौत हो चुकी है। और 1 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं। देश में भी कोरोनावायरस के अब तक 81 मामले सामने आए, जिनमें से दो लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोनो वायरस के संक्रमण को रोकने भारत सरकार प्रभावी कदम उठा रही है। आप भी अपने स्तर पर साफ-सफाई का ध्यान रखकर कोराेनाेवायरस के संक्रमण पर राेक लगा सकते हैं। क्याेंकि काेराेनाेवायरस का अभी काेई इलाज उपलब्ध नहीं है। वैज्ञानिक कोरोना वायरस का टीका विकसित करने की कोशिशें कर रहे हैं। इसलिए बचाव में ही समझदारी है। आइए जानते है कोरोनोवायरस के बारे में कुछ खास जानकारी:-
फेफड़ों पर मिले सफेद धब्बे
रेडियोलाजिकल सोसायटी ऑफ नार्थ अमेरिका ने काेराेनाेवायरस संक्रमण से मारे गए 1,000 लोगों के फेफडों की थ्री-डायमेंशनल 3-D इमेज जारी की हैं। इमेज से वायरस संक्रमित इन फेफड़ों में सफेद धब्बे होने का पता चला है। ये सफेद धब्बे, म्यूकस यानी बलगम के हैं, जो कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के फेफड़ों में भर जाता है। वैज्ञानिकों ने दावा किया की टूथपेस्ट की तरह गाढ़े इस बलगम के कारण पीड़ित व्यक्ति के फेफड़ों में हवा के लिए जगह नहीं बचती है और उसका दम घुटने लगता है। WHO के मुताबिक फेफड़ों में इस प्रकार के संक्रमण के बाद मरीजों की स्थिति बहुत कम समय में ही गंभीर हो जाती है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि इस 3-D इमेज के कारण अब डॉक्टर किसी भी संदिग्ध व्यक्ति के फेफड़ों का एक्स-रे और CT स्कैन करके, कोरोना वायरस से प्रभावित मरीजों की जल्द पहचान कर पाएंगे और इससे दुनियाभर में कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों का इलाज करने में बड़ी मदद मिलेगी।
कैसे होता है कोरोनोवायरस का असर
1-3 दिन: वायरस से संक्रमण के बाद पहले 3 दिनों में ही मरीजों को बुखार और गले में दर्द की शिकायत हो जाती है। कोरोना वायरस से संक्रमित 80 प्रतिशत मरीजों में ये लक्षण दिखाई देते हैं। लेकिन यह भी संभव है कि संक्रमित होने के बावजूद पहले 5 दिनों तक इस वायरस का कोई लक्षण नजर नहीं आए।
4 से 9 दिन: 3 से 4 दिनों में संक्रमण मरीजों के फेफड़ों में पहुंच जाता है। और चौथे से लेकर 9वें दिन तक मरीजों को सांस लेने में बहुत ज्यादा कठिनाई शुरु हो जाती है। और ये लक्षण उन 14 प्रतिशत मरीजों में दिखाई देते हैं जिनकी हालत गंभीर हो जाती है।
8 से 15 दिन: करीब 1 हफ्ते के बाद संक्रमण पीड़ित व्यक्ति के रक्त में भी पहुंच सकता है। और तब ये वायरस जानलेवा हो सकता है। यही वजह है कि पहले हफ्ते के बाद इस वायरस से पीड़ित 5 प्रतिशत मरीजों को यानी ICU में भर्ती करने की जरूरत पड़ती है।
21 दिन: किसी व्यक्ति के शरीर में इस वायरस का संक्रमण औसतन 21 दिनों तक रह सकता है। और ये सबसे महत्वपूर्ण समय हाेता है। इस दौरान या तो व्यक्ति स्वस्थ हो जाता है या फिर उसकी मौत हो जाती है।
25 दिन: और इस वायरस से संक्रमित लोगों को 18 से 25 दिनों में पूरी तरह से ठीक होने के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा सकता है।
कोरोनो वायरस से बचाव
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। इनके मुताबिक,
– हाथों को साबुन से धोना चाहिए।
– अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।
– खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्यू पेपर से ढककर रखें।
– जिन व्यक्तियों में कोल्ड और फ्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखें।
– अंडे और मांस के सेवन से बचें. जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचें।
Source: Health