Intermittent fasting: माेटापा घटाकर शरीर की ताकत बढ़ाती है इंटरमिटेंट फास्टिंग
Intermittent Fasting: आप अगर अपने बढ़ते हुए वजन से परेशान हैं और इसे जल्द काबू करना चाहते हैं। तो आपके लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग एक अच्छा विकल्प हो सकता है। जिसे 16: 8 डाइट प्लान भी कहते हैं। इसमें शुरू के 8 घंटे सामान्य डाइट लेनी होती है जबकि 16 घंटे उपवास करना होता है। इस 16 घंटे में केवल पानी, डाइट जूस ही लेना है। इसमें 12 सप्ताह बाद ही परिणाम देखने को मिलता है।
पूरी सेहत के लिए फायदेमंद
इंटरमिटेंट फास्टिंग केवल आपका पेट ठीक रखने और वजन कम करने के लिए ही नहीं है बल्कि ये पूरी सेहत के लिए फायदेमंद है। हाल ही में शोधकर्ताओं ने इंटरमिटेंट फास्टिंग के वैज्ञानिक और क्लीनिकल फायदों का खुलासा किया है। द न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित समीक्षा लेख में इंटरमिटेंट फास्टिंग या उपवास को स्वस्थ्य जीवनशैली का आधार माना गया है।
सेल्स को रेजुवनेट करें
विशेषज्ञाें के अनुसार इंटरमिटेंट फास्टिंग हमेशा हीलिंग की तरह रहा है। इसे सिर्फ वजन कम करने के लिए ही नहीं करना चाहिए बल्कि जो सेल्स अच्छे से काम नहीं कर रहीं उन सेल्स को खत्म करने और अच्छी करने के लिए करना चाहिए। इससे आपकी इम्यूनिटी भी बढ़ती है, वजन कम होना तो एक्स्ट्रा बेनिफिट है।
कैसे करें इंटरमिटेंट फास्टिंग
इसे करने का सबसे आसान तरीका है कि आप डिनर के बाद कुछ न खाएं और ब्रेकफस्ट स्किप कर दें। मान लीजिए आपने रात के 8 बजे डिनर किया और अगले दिन 12 बजे तक कुछ न खाएं। इस हिसाब से आप 16 घंटे के लिए फास्ट करते हैं।
एक्सपर्ट कमेंट
बुजुर्ग-डायबिटीज रोगी इसे फॉलो न करें। समस्या हो सकती है। आठ घंटे में हैवी फूड लेने से पाचन की समस्या हो सकती है। हल्का खाएं और सप्ताह में 3-4 दिन ही ऐसी डाइट फॉलो करें।
Source: Health