जिले के 178 ग्राम रेड व 325 ग्रीन जोन में
सिवनी. कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए जिला प्रशासन ने पूरी ताकत झोक दी हैं। नतीजा सिवनी से लगे महाराष्ट्र के नागपुर्र के अलावा जबलपुर व छिंदवाड़ा जिले में संक्रमित मरीज होने के बावजूद सिवनी अब तक इससे अछूता है।
जिला प्रशासन ने उक्त जिले की सीमाओं को पूरी तरह से सील कर दिया है। उक्त जिले से सिवनी में प्रवेश करना अब आसान नहीं है। इसकी पुष्टि कलेक्टर प्रवीण सिंह ने की है।
कलेक्टर सिंह की माने तो जिले में अब तक एक भी कोरोना पॉजिटिव मरीज नहीं है। प्रतिदिन संदिग्ध मरीजों के सेम्पल भेजे जाते हैं। दूसरे दिन उसकी रिपोर्ट आती है।
अब तक भेजे गए सभी सेम्पल के रिपोर्ट निगेटिव हैं। जिले में विदेश व बाहर से यात्रा कर लौटे नागरिकों के साथ ही मजदूरों के आने के क्रम पर अब विराम लग गया हैं।
कलेक्टर ने बताया कि संक्रमित जिले से आए लोगों को ध्यान में रखकर जिले के १७७८९ ग्राम का सर्र्वे कराया गया है।
इसे चार जोन में बांटा गया हैं। रेड, औरेंज, येलो और ग्रीन जोन। प्रशासन द्वारा कराए गए सर्वे पर गौर करें तो जिले कके १७८ ग्राम रेड जोन में हैं। ३४२ औरेंज और ९४४ येलो जोन में हैं।
३२५ ग्राम ग्रीन जोन में हैं, जो पूरी तरह से सुरक्षित है।
सर्वे के आकड़ों पर गौर करें तो सबसे अधिक सिवनी विकासखंड के ५२ ग्राम रेड जोन में हैं।
इसके बाद लखनादौन 35, केवलारी 22, बरघाट 17, छपारा15, कुरई 14, धनौरा 13 व सबसे कम घंसौर विकासखंड के 10 ग्राम रोड जोन की सूची में हैं।
रेड जोन में उन ग्राम को रखा गया है, जहां मध्यप्रदेश इंदौैर, भोपाल, जबलपुर व छिंदवाड़ा तथा देश के अन्य संक्रमित जिले तथा अमेरिका आदि देशों से आए लोग शामिल है। इसके बाद कम संक्रमित जिले से आए लोगों को अलग-अलग क्रमवार जोन बनाकर रखा गया है।
जिला प्रशासन ने सभी जोन को ध्यान में रखकर विकासखंड वार मैपिंग तैयार किया है। उसमें प्रभावित ग्राम को जोनवार बांटे गए कलर में शामिल किया है। प्रशासन के इस सर्वे के बाद जिले के सभी नागरिकों को यह ज्ञात हो जाएगा कि कौन सा गांव सबसे अधिक प्रभावित हैै और कम। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर जिले में जानकारी के इच्छुक नागरिकों को भी इससे सहुलितय मिलेगी।
नागरिक बोले, कलेक्टर की प्लानिंग सराहनीय
सिवनी की सीमा से लगे तीन जिले में कोरोना वायरस संक्रमित मरीज मिलने के बाद उक्त जिले की सीमाओं को सील कर कलेक्टर प्रवीण सिंह ने जिस तरह से चौकसी दिखाई हैं। वह काबिले तारिफ हैै। इसको लेकर जिले के नागरिकों ने कलेक्टर की प्लानिंग को सराहा है। नागरिकों का कहना है कि अब तक सिवनी ेमें कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों के नहीं मिलना का सबसे बड़ा कारण जिला प्रशासन द्वारा तत्काल की जा रही कार्रवाई प्रमुख है।
Source: Education