कड़ी सुरक्षा के बीच कोटा से दुर्ग पहुंचे 478 स्टूडेंट, चार डॉक्टर सहित 24 टीम को सौंपा रैपिड किट से जांच का जिम्मा
दुर्ग . राजस्थान के कोटा से बस में स्टूडेंट्स का भिलाई पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गई। मंगलवार दोपहर लगभग 12.30 बजे पहली बस भिलाई के रूंगटा कॉलेज पहुंची। जहां पहले से तैनात पुलिस टीम की कड़ी सुरक्षा के बीच स्टूडेंट्स सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए बस उतरे। कैंपस में मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों ने थर्मल स्कैनर से विद्यार्थियों की जांच की। स्वास्थ्य परीक्षण के बाद उन्हें कैंपस के अंदर पहुंचाया जा रहा है। कोटा से लौटे 478 विद्यार्थियों की जांच के लिए रैपिट किट से जांच करने के लिए पहले ही स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य से कोटा में पढऩे वाले बच्चों को राज्य शासन की मदद से वापस लाया गया है। इन बच्चों को पहले क्वारंटाइन में रखा जाएगा। वहीं आरडी किट से जांच की जाएगी।
चल रही छात्रों की जांच
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कोटा से लौटे छात्रों की जांच की जा रही है। किट से जांच में अगर कोई पॉजिटिव आता है तो उसे तत्काल आइसोलेशन सेंटर पहुंचाया जाएगा। जहां पर पॉजिटिव आने वाले का स्वाब सैंपल लिया जाएगा। फिर उसे विशेष निगरानी में रखा जाएगा। जानकारी के मुताबिक कोटो से आए कुल बच्चों की संख्या 478 है। इनमें लड़कियों व लड़कों की संख्या बराबर है। जांच के लिए कुल 12-12 दल बनाया गया है। जिसमें एक दल विज्ञान विकास केन्द्र और दूसरा दल रुंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज में सुबह 6 बजे से उपस्थित है।
बनाया गया दो क्वारंटाइन सेंटर
इंजीनियरिग व मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए कोटा राजस्थान गए स्टूडेंट्स के मंगलवार को दुर्ग जिला पहुंचे। इन स्टूडेंट्स के ठहरने के लिए जिले में दो क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया। जिसमें रुंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज और विज्ञान विकास केन्द्र गौरव पथ शामिल है। सूरजपुर, सरगुजा और कोरिया जिले की 250 छात्राओं को विज्ञान विकास केन्द्र सिविल लाइन में रखने की प्रक्रिया शुरू हो गई। छात्राओं को 14 दिनों के क्वारंटाइन पीरियड पूरा करना होगा। रूंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज में छात्रों को क्वारंटाइन किया जा रहा है। सोमवार को विधायक अरुण वोरा ने दोनों केन्द्र में पहुंचकर छात्रों के रहने व भोजन की व्यवस्था का निरीक्षण किया। वहां उपस्थित कलेक्टर अंकित आनंद, एसडीएम खेमलाल वर्मा से चर्चा की। कहा कि अपने शहर के केन्द्र में रहने से उन्हे किसी भी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े, इस पर ध्यान देते हुए उचित व्यवस्था बनाएं। महापौर धीरज बाकलीवाल ने उच्च अधिकारियों को केन्द्र की समय- समय पर मॉनीटरिंग करने कहा।
कोटा से लौटने वालों की जांच के लिए लगाई चार डॉक्टरों की ड्यूटी
डॉ. लक्ष्मीकांत साहू
डॉ. अनुषा ठाकुर
डॉ. विनिता नायक
डॉ. अर्चना चौहान
दूसरे राज्यों से 18 लोग आए, जांच के बाद भेजा क्वारंटाइन में
पड़ोसी राज्य से लोगों के आने का सिलसिला थमा नहीं है। बताया जा रहा है कि अहमदाबाद व महाराष्ट्र से 8 लोग पैदल चलकर दुर्ग पहुंचे है। वहीं 10 लोग स्वंय के संसाधन से अनुमति के तहत दुर्ग पहुंचे। बाहर राज्यों से आए लोगों को नियमत: स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और सभी का सैंपल लेने के बाद क्वारंटाइन सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया। वर्तमान में सभी 14-14 दिनों का क्वारंटाइन में रहेंगे। दोबारा जांच के बाद लोगों को घर जाने की अनुमति दी जाएगी।
Source: Education