पहाड़ों पर ड्राइविंग करने जा रहे हैं तो इन बातों का रखें खास ध्यान
गर्मी के मौसम में लोग शहर छोड़कर पहाड़ों की तरह रुख करते हैं, अगर आप भी पहाड़ों पर घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आपको पहाड़ों पर ड्राइविंग भी करनी होगी और इसके लिए आपको कुछ खास तैयारियां करनी होंगी क्योंकि समतल की अपेक्षा पहाड़ों पर ड्राइविंग ज्यादा मुश्किल होती है। आइए जानते हैं कि पहाड़ों पर ड्राइविंग करते वक्त आपको क्या सावधानियां बरतनी होंगी।
1. सबसे पहले कार की पूरी तरह जांच करवा लीजिए। इंजन व टायर पूरी तरह दुरुस्त होने चाहिए। इतना ही नहीं खासकर ब्रेक की जांच किसी विशेषज्ञ से करवाना सही होगा। अगर घिसे हुए टायर के साथ पहाड़ों की तरफ रुख किया तो संस्पेंशन की समस्या से घिर जाएंगे।
२ कोशिश कीजिए कि जब पहाड़ी इलाके में यात्रा करें तो रात के वक्त ड्राइविंग न करें। दिन में ड्राइविंग करें जो सुरिक्षत और चिंता रहित होगा।
3. कभी भी गियर को न्यूट्रल में न रखें। ईधन को बचाने के लिए इंजन को बंद रखें वरना इससे खतरा भी हो सकता है।
4. शहरों की तरह ताबड़तोड़ गाड़ी न चलाएं। पहाड़ी रास्तों पर पीछे से आने वाली गाडि़यों को पास दें और संभल कर चलें।
5. पहाड़ों में न दिखने वाले मोड़ आते हैं। ऐसा होने पर मोड़ आने से पहले ही हार्न बजाएं और अपनी खिड़की के शीशे को थोड़ा खुला रखें ताकि आपको दूसरों का हार्न सुनाई देता रहे।
6. पहाड़ी मोड़ों पर किसी भी सूरत में ओवरटेक करने की कोशिश न करें। ये जानलेवा हो सकता है।
7. पहाड़ों पर ड्राइविंग के दौरान संगीत को कुछ देर के लिए अवाइड करें तो बेहतर होगा। इसके चलते दूसरी गाडि़यों की आवाज आपको सुनाई नहीं देगी और अनहोनी हो सकती है।
8. गाड़ी जरूरत से ज्यादा लोग न बिठाएं वरना आपकी गाड़ी के लिए तो मुश्किल होगी ही साथ ही स्टियरिंग पर भी अतिरिक्त दबाव बना रहेगा जो तीखे मोड़ों पर खतरनाक साबित हो सकता है।
9. रास्ते में अगर बारिश हो जाए, हिमपात या भू-स्खलन की घटना घटे तो गाड़ी को सड़क किसी खुले व सुरक्षित स्थान पर रोक कर सही समय का इंतजार करें। ऐसे में गाड़ी बिलकुल न दौ़ड़ाएं।
11. सामने आती गाड़ी के हेडलाइट्स को न देखें। इससे एकाग्रता भंग होती है।
12. पहाड़ों पर पर गाड़ी पार्क करते हुए हैंड-ब्रेक का अवश्य प्रयोग करें।
13. गाड़ी को हमेशा पहले गियर में पार्क करें।
14. पहाड़ी ढ़लान पर ड्राइविंग करते समय ब्रेक का प्रयोग कम करके निचले गियर का प्रयोग करें। ब्रेक का आवश्यकता से अधिक प्रयोग ब्रेक-फेल का कारण बन सकता है।
Source: Travel