लद्दाख सीमा के करीब पाक-चीन कर रहा हवाई युद्धाभ्यास, भारतीय वायुसेना की कड़ी नजर
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद पाकिस्तान में बौखलाहट है और गाहे-बगाहे पाकिस्तानी हुकमरान परमाणु युद्ध की बात करते रहते हैं। वहीं दूसरी और चीन भी पाकिस्तान की हां में हां मिलाते हुए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कश्मीर मामले को तूल देना चाह रहा है।
इन सबके बीच चीन और पाकिस्तान मिलकर लद्दाख सीमा के करीब संयुक्त सैन्य अभ्यास कर रहे हैं। दोनों देशों के बीच जारी युद्धाभ्यास पर भारत की कड़ी नजर है।
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सरकारी सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, लद्दाख सीमा के करीब जारी युद्धाभ्यास को भारतीय वायुसेना करीब से नजर बनाए हुए है।
सूत्रों ने यह भी बताया है कि इस युद्धाभ्यास में चीन का J10 और पाकिस्तान का JF-17 विमान हिस्सा ले रहे हैं।
चीन-पाक युद्धाभ्यास पर भारत की कड़ी नजर
बता दें कि पाकिस्तान और चीन के बीच जारी युद्धाभ्यास पर नजर बनाए रखना भारत के लिए जरूरी ही नहीं, बल्कि मजबूूरी भी है। चूंकि कश्मीर विवाद को लेकर जिस तरह से दोनों देशों ने प्रतिक्रिया जाहिर की है और पाकिस्तान की ओर से लगातार युद्ध की गीदड़ भभकी दी जा रही है, वैसे में एहतियातन सतर्कता बरतनी बहुत ही जरूरी है।
सूत्रों के मुताबिक, इस युद्धाभ्यास में दोनों देशों की वायुसेनाएं भाग ले रही हैं, जिसमें चीन का J10 और पाकिस्तान का JF-17 लड़ाकू विमान शामिल है। यह युद्धाभ्यास लेह से महज 300 किलोमीटर दूरी पर किया जा रहा है।
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भारतीय वायुसेना बहुत ही गंभीरता के साथ पाकिस्तानी JF-17 लड़ाकू विमानों पर नजर बनाए हुए है। भारतीय वायुसेना गिलगित बाल्टिस्तान क्षेत्र के स्कार्दू एयरबेस पर भी नजर रख रही है, जहां से पाकिस्तानी JF-17 विमानों ने गुजरे थे।
मालूम हो कि जहां एक ओर LoC में पाकिस्तान लगातर सीजफायर का उल्लंघन कर घुसपैठ कराने की कोशिश कर रहा है, वहीं चीन लद्दाख में चुमार और डेमचोक के आसपास भारतीय इलाके में घुसपैठ की कोशिश करता रहा है।
चीन लगातार दावा करता रहा है कि चुमार और डेमचोक के आसपास का क्षेत्र चीन तिब्बत का हिस्सा है, जो कि चीन के अधीन आता है, हालांकि भारत भी अपने स्टेंड पर कायम है और साफ कर दिया है कि ये सभी क्षेत्र भारत के हैं। साथ ही अकसाई चीन जो कि 1962 में चीन ने गलत तरीके से कब्जा जमा लिया है, वह भी भारत का अभिन्न हिस्सा है।
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Source: World