खुशखबर: अजमेर में कोरोना इलाज की प्लाज्मा थैरेपी शुरू
अजमेर. कोरोना के गंभीर मरीजों के उपचार में कारगर प्लाज्मा थैरेपी की सुविधा अजमेर में शुरू हो गई है। इसके लिए प्लाज्मा डोनेशन का कार्य गुरुवार को प्रारंभ हो गया। इसके साथ ही अजमेर में सिंगल सेपरेट डोनर प्लेटलेट्स की सुविधा भी प्रारंभ कर दी गई। प्लाज्मा थैरेपी का लाइसेंस मिलने का बाद प्लाज्मा दान (डोनेशन) के साथ इस चिकत्सा पद्धति का उद्घाटन किया गया। जेएलएन अस्पताल के पहले प्लाज्मा डोनर दंत चिकित्सक राहुल जैन एवं सिविलियन प्रशांत यादव बने। दोनों ने गुरुवार सुबह प्लाज्मा डोनेट किया।
मशीन की लागत सत्रह लाख
डॉ. सिंह ने बताया कि करीब 17 लाख रुपए की लागत की अफरेसिस मशीन लगाी गई है। जेएलएन मेडिकल कॉलेज में प्लाज्मा थैरेपी का लम्बे समय से इंतजार था। कोविड मैनेजमेंट में इसकी बेहद आवश्यकता थी। राज्य सरकार की ओर से प्लाज्मा थैरेपी की सुविधा उपलब्ध कराने से अब अजमेर संभाग के अजमेर सहित नागौर, टोंक व भीलवाड़ा के गंभीर कोरोना रोगियों को फायदा मिलेगा। शहर के अन्य प्लाज्मा डोनर की सूची भी तैयार कर ली गई है। अन्य कोरोना पॉजिटिव मरीज भी प्लाज्मा दान कर सकेंगे।
माइल स्टोन साबित होगी थैरेपी
उन्होंने कहा कि कोविड मैनेजमेंट में प्लाज्मा थैरेपी मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने पैथोलॉजी विभाग व ब्लड बैंक के स्टाफ की मेहनत को भी सराहा। उद्घाटन के दौरान पैथोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. नीना कासलीवाल, वरिष्ठ आचार्य डॉ. अनिल सामरिया, ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. सीमा गर्ग, डॉ. गौरव, डॉ. आनन्द यादव सहित अन्य उपस्थित रहे।
सुबह द्घाटन, शाम को संक्रमित का थैरेपी से इलाज
गुरुवार सुबह उद्घाटन के बाद शाम को पहली प्लाज्मा थैरेपी की गई। अजमेर में पहली प्लाज्मा थैरेपी केकड़ी निवासी कोरोना संक्रमित महिला की सफलतापूर्वक की गई। मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ चिकित्सकों की मौजूदगी में इस पद्धति से संक्रमित का उपचार किया गया। मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. वी.बी. सिंह ने पहली यूनिट थैरेपी सफलता पूर्वक होना बताया। इस दौरान प्रिंसीपल डॉ. सिंह सहित अधीक्षक डॉ. जैन, वरिष्ठ आचार्य डॉ. अनिल सामरिया, डॉ. राजेश जैन, डॉ. मयंक, सुनील गोठवाल, रेजीडेन्ट डॉ. छगन सहित स्टाफ मौजूद रहा।
सिंगल डोनर प्लेटलेट्स की भी मिलेगी सुविधा
डेंगू सहित अन्य बीमारियों के मरीजों के लिए सिंगल डोनर प्लेटलेट्स की सुविधा भी अजमेर में मिल सकेगी। अब इसके लिए जयपुर या अन्य महानगरों के चिकित्सालयों में मरीज को ले जाने की आवश्यकता नहीं होगी।
प्लाज्मा डोनेशन से पहले इतनी जांच
कोरोना संक्रमण रहित डोनर की रक्त संबंधी जांच में सीबीसी, लिपिड प्रोफाइल, कम्पलीट केएफटी, एलएफटी, शुगर, टीएसएच टी-4, एचआईवी, हैपेटाइटिस-बी, सी, वीडीआरएल, मलेरिया आदि की जांच एक दिन पूर्व ब्लड बैंक में की जाएंगी। इसके बाद प्लाज्मा डोनेशन की कार्यवाही होगी। अजमेर रीजन थैलेसिमिया सोसायटी के महामंत्री ईश्वर पारवानी ने संक्रमण रहित डोनर से प्लाज्मा डोनेशन का आग्रह किया है।
Source: Education