अगले साल शादी के लिए करना होगा इंतजार, जानें कब है मुहूर्त
जयपुर। साल के आखिरी महीने दिसंबर में शादियों के तीन मुहूर्त और शेष हैं। इसके बाद महीनों के इंतजार के बाद शहनाइयों की गूंज सुनाई देगी। इस वर्ष का आखिरी सावा 11 दिसंबर को है। इससे पूर्व 7,9,10 व11 दिसंबर को सात रेखीय सावा होने से बड़ी संख्या में शादियां होंगी। ज्योतिषविदों के मुताबिक 15 दिसंबर को धनु मलमास लग जाएगा। सभी वैवाहिक कार्यक्रम व लाग्निक कार्य बंद हो जाएंगे। नए साल यानी 2021 में दो अबूझ मुहूर्त को छोड़कर चार महीने तक शादियों के शुभ मुहूर्त नहीं है। हालांकि 18 जनवरी को शादियां होंगी।
नए साल में 22 अप्रैल से सावों की नियमित शुरुआत होगी। इससे पहले 16 फरवरी को बसंत पंचमी और 15 मार्च को फुलेरा दूज का अबूझ सावा भी रहेगा। 16 फरवरी को सूर्योदय के साथ ही शुक्र तारा अस्त हो जाएगा। इस कारण इस दिन भी विवाह का योग नहीं बन रहा है। गौरतलब है कि इस साल एक जुलाई को देवशयनी एकादशी के बाद से विवाह, मांगलिक व शुभ कार्य बंद हा़े गए थे, जो अधिकमास से करीब पांच महीने बाद 25 नवंबर को देवउठनी एकादशी के अबूझ मुहूर्त से फि र शुरू हुए।
इसलिए नहीं आगामी मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य पंडित घनश्याम लाल स्वर्णकार ने बताया कि इस साल नवंबर व दिसंबर में मात्र 7 सावे ही रहे। इसके बाद 15 दिसंबर से 14 जनवरी तक धनु मलमास रहेगा। 16 जनवरी से 12 अप्रैल तक गुरु-शुक्र का तारा अस्त रहेगा। इस समयावधि में शादियां नहीं होंगी। इससे पूर्व 21 मार्च से 28 मार्च तक होलाष्टक रहेंगे।
यह रहेंगे मुख्य मुहूर्त
साल-2021 में 22 अप्रैल से 18 जुलाई तक 38 दिन ही विवाह मुहूर्त रहेंगे। फिर 14 नवंबर को देवउठनी एकादशी से शादियों की गूंज सुनाई देगी, जो 11 दिसंबर तक रहेगी। अप्रैल में 22, 25, 26, 27, 28, 30 मुहूर्त है। मई में 2, 4, 7, 8, 9, 13, 14, 21, 22, 23, 24, 26, 29, 30, 31 मुहूर्त है। जून में 5,6,17,18,20, 21, 22, 24, 26, 28, 30 और जुलाई में 1, 2, 3, 7, 15,18 को शादी के मुहूर्त रहेंगे।
लॉकडाउन के कारण नहीं हुए विवाह
इस साल जनवरी से मार्च तक होली से पहले 22 दिन ही मुहूर्त थे। फिर 15 मार्च से मलमास शुरू हो गया। इसके बाद कोरोना के चलते लॉकडाउन में अप्रैल से जून तक 26 मुहूर्त निकल गए। फि र चातुर्मास के दौरान जुलाई से 24 नवंबर तक विवाह नहीं हो पाए। 2021 में विवाह के लिए सिर्फ 51 दिन रहेंगे। देवशयन से पहले यानी 15 जुलाई तक 37 दिन विवाह के मुहूर्त है। वहीं, 15 नवंबर को देवउठनी एकादशी से 13 दिसंबर तक विवाह के लिए 13 दिन रहेंगे।
Source: Education