सजा ऐसी दी की भूल गए नए साल का जश्न….
अलवर. थर्टी फस्र्ट पर शराब पीकर हुड़दंग मचाने वालों के खिलाफ शुक्रवार रात पुलिस काफी सख्त बनी रही। अलवर और भिवाड़ी पुलिस जिले में 245 शराबी व हुड़दंगियों का थानों की हवालात में नया साल मना।
जिलेभर में शुक्रवार रात होटल-रिसोटर््स में थर्टी फस्र्ट का सेलिब्रेशन रहा। वहीं, काफी लोगों ने नए साल का जश्न मनाने के लिए अपनी निजी पार्टी आयोजित की। थर्टी फस्र्ट के दौरान जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अलवर जिला पुलिस की ओर से करीब 1200 और भिवाड़ी जिला पुलिस की ओर से करीब 800 पुलिस कर्मियों को सुरक्षा इंतजामों में तैनात किया गया।
सड़कों और चौराहों पर रातभर पुलिस की गश्त रही। इस दौरान पुलिस ने शराब पीकर वाहन चलाने वालों और हुड़दंग मचाने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की।
अलवर जिला पुलिस की ओर से शुक्रवार रात 106 कार्रवाई की गई। जिसमें शराब पीकर हुड़दंग मचाने वाले 25 लोगों को गिरफ्तार किया तथा 81 वाहनों को जब्त और चालान की कार्रवाई की गई।
वहीं, थर्टी फस्र्ट पर उत्पात मचाने वालों के खिलाफ भिवाड़ी जिला पुलिस काफी सख्त रही। भिवाड़ी जिला पुलिस ने 220 शराबी और हुड़दंगियों को गिरफ्तार किया। एमवी एक्ट में 40 वाहनों को जब्त किया गया।
अपराध का खूब वार और पुलिस अनुसंधान में लाचार
अलवर. जिले में साल-2021 में खूब संगीन अपराध हुए। अलवर और भिवाड़ी पुलिस के रेकॉर्ड में करीब 22 हजार से प्रकरण दर्ज हुए, लेकिन इनमें से कई हजार मामलों में पुलिस का अनुसंधान काफी कमजोर रहा। पीडि़तों ने थानों लेकर अधिकारियों के दफ्तरों तक खूब पैर पीटे, लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिल सका।
अलवर जिले को अपराध की दृष्टि से काफी क्रिटिकल माना जाता है। साल-2021 में अलवर पुलिस जिले में 12 हजार से ज्यादा आपराधिक प्रकरण दर्ज हुए। वहीं, भिवाड़ी पुलिस जिले में करीब 9 हजार मामले पुलिस रेकॉर्ड में दर्ज किए गए।
पुलिस मुख्यालय के मापदंडों के अनुसार प्रत्येक जिला पुलिस को साल के अंत तक लम्बित प्रकरणों के ग्राफ को दस फीसदी से नीचे लाना अनिवार्य है। साल के अंतिम दिनों में अलवर और भिवाड़ी पुलिस ने तेजी से प्रकरणों के निस्तारण किया, लेकिन इसके बावजूद भी अलवर पुलिस जिले में करीब 10 फीसदी और भिवाड़ी पुलिस जिले में करीब 19 फीसदी मामले लम्बित रह गए। इन मामलों में पीडि़तों को अभी न्याय नहीं मिल पाया है।
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तेजी से निपटाए मामले
जिले में पीडि़तों को न्याय दिलाने के लिए लम्बित आपराधिक प्रकरणों को तेजी से अनुसंधान कर निपटाया जा रहा है। साल के अंत में अलवर जिले में पेंडेंसी का ग्राफ 10 फीसदी से नीचे आ गया है।
– तेजस्विनी गौतम, पुलिस अधीक्षक, अलवर।
19 फीसदी मामले लम्बित
साल के अंत में पुलिस ने काफी तेजी से प्रकरणों को निस्तारण किया है। अभी 19 फीसदी मामले लम्बित हैं। जिन्हें जल्द अनुसंधान पूरा कर निपटा दिया जाएगा।
– राममूर्ति जोशी, पुलिस अधीक्षक, भिवाड़ी।
Source: Education