इस विद्यालय में विज्ञान संकाय लेने में झिझक रही छात्राएं
लूणकरनसर . शिक्षा विभाग की अनदेखी के चलते लूणकरनसर ब्लॉक के सबसे बड़े तहसील मुख्यालय के राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में अरसे से व्याख्यातों के रिक्त पदों से शिक्षण व्यवस्था चरमराई हुई है। इससे सत्र 2021-22 में विज्ञान वर्ग का 12वीं बोर्ड परीक्षा परिणाम प्रभावित रहने से छात्राओं समेत अभिभावक चिन्तित है।
गौरतलब है कि उपखण्ड मुख्यालय के बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में 800 से अधिक छात्र-छात्राएं है। यहां कला, वाणिज्य व विज्ञान संकाय संचालित हो रहे है तथा गांवों के विद्यालयों में कहीं वाणिज्य नहीं है तथा कहीं पर विज्ञान नहीं है। ऐसी स्थिति में यहां की शाला के अधीन शारदे बालिका छात्रावास संचालित होने से दूरस्थ गांवों से विज्ञान व वाणिज्य से 11वीं व 12वीं में अध्ययन की इच्छा रखने वाली बालिकाएं प्रवेश लेती है, लेकिन शाला में रसायन विज्ञान व्याख्याता का पद एक साल से खाली चल रहा है। इसके अलावा वाणिज्य वर्ग में भी एक व्याख्याता का पद खाली है। शाला में वरिष्ठ शारीरिक शिक्षक का पद रिक्त होने से खेलकूद की गतिविधियां भी ठप है। शाला में लिपिक ग्रेड प्रथम व पुस्तकालध्यक्ष द्वितीय श्रेणी का पद खाली रहने से इनका काम भी शिक्षकों को करना पड़ता है। इससे शाला का शिक्षण कार्य प्रभावित है।
परीक्षा के परिणाम पर पड़ा असर
शाला में विज्ञान वर्ग में रसायन विज्ञान के व्याख्याता का पद रिक्त होने से पूरे शिक्षण सत्र 2021-22 में पढ़ाई नहीं हुई। इससे विज्ञान वर्ग में 12वीं बोर्ड परीक्षा में 19 में से मात्र 6 छात्राएं सीधी उत्तीर्ण हुई। इसके अलावा 19 में से 5 छात्राओं के रसायन विज्ञान में पूरक परीक्षा देगी तथा 8 छात्राओं के रसायन विज्ञान में ग्रेस से उत्तीर्ण किया गया है। इसके अलावा सालभर में रसायन विज्ञान का व्याख्याता नहीं होने से 11वीं की छात्राएं भी कुछ नहीं सीख पाई। ऐसी स्थिति में छात्राएं कोङ्क्षचग पर निर्भर रह पाएगी। अब प्रधानाचार्य पदों पर हुई डीपीसी में शाला में भौतिक विज्ञान की व्याख्याता पूजा राजपुरोहित का चयन होने से यह पद भी खाली होने से विज्ञान वर्ग लेने की इच्छुक छात्राएं झिझक रही है।
व्यवस्था को सुधारेंगे
&लूणकरनसर के बालिका सीनियर विद्यालय में व्याख्याताओं के रिक्त पदों को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी से रिपोर्ट ली जाएगी। इसके बाद रिक्त पदों को भरकर शिक्षण व्यवस्था सुधारने के हर संभव प्रयास करेंगे।
गौरव अग्रवाल, शिक्षा निदेशक बीकानेर।
Source: Education