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पुलिस की नौकरी छोड़ 'गुरुजीÓ बनने की चाह!

सुजीत कुमार
अलवर. पुलिस की नौकरी में आए ज्यादातर युवाओं में मन में ÓगुरुजीÓ बनने की ख्वाहिश है। जी हां, अलवर जिले में कई पुलिस कांस्टेबल शिक्षक भर्ती की तैयारी में जुटे हैं। इस बार रीट में कई कांस्टेबल शामिल हुए। इनमें से कुछ पुलिसकर्मियों का रीट परीक्षा में चयन भी हो चुका है।
राजस्थान पुलिस में पिछले कुछ सालों में भर्ती हुए काफी कांस्टेबल स्नातक, स्नातकोत्तर या बीएड डिग्रीधारी हैं। जो कि पुलिस कांस्टेबल की नौकरी के साथ-साथ अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों में भी लगे हैं। इनमें से ज्यादातर पुलिस कांस्टेबल शिक्षक भर्ती की तैयारी रहे हैं। इसके कोङ्क्षचग कर रहे हैं तथा ऑफिस और घर पर रहकर पढ़ाई करने में लगे हैं। राजस्थान सरकार की ओर से हाल ही आयोजित रीट परीक्षा में अलवर जिले से करीब 40 से 50 कांस्टेबल अभ्यर्थी के रूप में शामिल हुए। इनमें से कुछेक पुलिसकर्मियों को रीट परीक्षा में चयन भी हो गया है। अलवर पुलिस जिले में तैनात कांस्टेबल लखन ङ्क्षसह, राजेश, वसीम अकरम और मोहित जांगिड़ का रीट परीक्षा लेवल-फस्र्ट में चयन हुआ है। उन्होंने शिक्षक के रूप में दूसरी नौकरी ज्वाइन भी कर ली है। वहीं, इससे पूर्व भी कई कांस्टेबल पुलिस की नौकरी छोड़ सरकारी शिक्षक बन चुके हैं।

नौकरी की व्यस्तता और तनाव भी है कारणजानकारों के अनुसार पुलिस में 24 घंटे की नौकरी है। नफरी और संसाधनों की कमी के कारण पुलिसकर्मियों पर काम का बोझ काफी अधिक रहता है तथा छुट्टियां भी कम मिल पाती है। नौकरी की व्यस्तता और काम के बोझ के कारण तनाव काफी अधिक रहता है। पुलिस में भर्ती होने के बाद काफी युवा काम के बोझ और तनाव को झेल नहीं पाते हैं तथा पुलिस की नौकरी पाने के बाद भी अन्य सरकारी नौकरी की तैयारी में लगे रहते हैं। शिक्षक की नौकरी में काम का बोझ और तनाव कम रहता है तथा छुट्टियां भी काफी मिलती है। इस कारण ज्यादातर पुलिस कांस्टेबल शिक्षक की नौकरी की ख्वाहिश रखते हैं।

वर्ष-2013 बैच के कांस्टेबल दे रहे रीट
अलवर जिले में सैकड़ों पुलिस कांस्टेबल ऐसे हैं जो कि उच्च शिक्षा प्राप्त हैं। जिले में कांस्टेबल के रूप में भर्ती वर्ष-2013 बैच तक के पुलिस कांस्टेबल शिक्षक भर्ती सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। इस बार आयोजित रीट परीक्षा में वर्ष-2013 बैच तक के पुलिस कांस्टेबल शामिल हुए थे।



Source: Education