अमित शाह का भोपाल दौरा, चार राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बनाएंगे खास रणनीति
भोपाल। मध्यप्रदेश में 22 अगस्त सोमवार का दिन काफी अहम है। इस दिन देश के कई दिग्गज राजधानी भोपाल में रहेंगे। गृहमंत्री अमित शाह, योगी आदित्यनाथ समेत चार राज्यों के मुख्यमंत्री नक्सलवाद को लेकर खास रणनीति बनाने वाले हैं। इस दिन बड़े चार राज्यों के साथ मिलकर कोई बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। इधर, शुक्रवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने अमित शाह के दौरे को लेकर बैठक की। जिसमें तैयारियों को लेकर समीक्षा भी की।
मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक में देश के गृहमंत्री अमित शाह (amit shah), यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (yogi adityanath), छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल (bhupesh baghel), गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल (bhupendra patel) समेत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan) के साथ अहम बैठक होने वाली है। इन मुख्यमंत्रियों के साथ मिलकर नक्सलवाद (naxalism) और आतंकी गतिविधियों (terrorist activities) को लेकर बात होगी। 22 अगस्त को होने वाली बैठक से पहले सुरक्षा एजेंसियां दिग्गज नेताओं की सुरक्षा का जिम्मा संभाल लेंगी।
इन मुद्दों पर होगी बात
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की नक्सली समस्या को केंद्र की मदद से नियंत्रित करने को लेकर चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही बढ़ते साइबर अपराध पर चर्चा होगी। छत्तीसगढ़ गठन के बाद से लंबित मामले सुलझाने पर चर्चा होगी। उत्तर प्रदेश के साथ संयुक्त केन बेतवा लिंक परियोजना से बुंदेलखंड को मिलने वाले पानी के मुद्दे पर भी चर्चा की जाएगी।
1956 में हुआ था इस परिषद का गठन
राज्य पुनर्गठन आयोग की सिफारिश पर 1956 में मध्य क्षेत्रीय परिषद का गठन हुआ था। इसके अंतर्गत सभी राज्यों को 6 परिषदों में बांटा गया था। इसका उद्देश्य राज्यों के बीच आपसी समन्वय, आर्थिक और सामाजिक विकास जैसे मुद्दों पर चर्चा कर केंद्र की सरकार से समाधान निकालना परिषद की जिम्मेदारी होती है।
दिग्गज नेताओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के 22 अगस्त को प्रस्तावित भोपाल दौरे को लेकर पुलिस मुख्यालय ने तैयारियां तेज कर दी है। शाह को जेड प्लस सुरक्षा के साथ सीआरपीएफ का सुरक्षा कवर मिला है। ऐसे में उनके भोपाल प्रवास के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता बनाए रखने के लिए 11 जिलों से पुलिस अधिकारियों समेत विशेष सशस्त्र बल की चार कंपनियों को 20 अगस्त को भोपाल बुलाया गया है। इनमें से एक क्विक रिस्पॉन्स फोर्स की कंपनी है।
18वीं वाहिनी शिवपुरी और 17वीं वाहिनी मुरैना के 75-75 जवानों की तैनाती का जिम्मा भोपाल पुलिस को सौंपा है। इनकी तैनाती शहरी क्षेत्रों में होगी। 13वीं वाहनी, ग्वालियर की कंपनी को तैनात करने का जिम्मा देहात पुलिस को सौंपा है। कुल 3 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे। इस कंपनी के जवानों को शहर के सभी एंट्री पॉइन्ट पर तैनात किया जाएगा। एसटीएफ की कंपनी पुलिस कंट्रोल रूम में रिजर्व में रहेगी।
गृहमंत्री की सुरक्षा में तकरीबन तीन हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी। तीन लेयर की सुरखा में पहली लेयर में कमांडो तो दूसरी में सीआरपीएफ जवान रहते हैं। तीसरी लेयर में सुरक्षा का जिम्मा भोपाल पुलिस के जवानों के पास होगा।
11 जिलों से आए पुलिस बल
ये सभी शहरी क्षेत्र में तैनात होंगे, वहीं सागर जिले से दो इंस्पेक्टर, पांच एसआइ, आठ एएसआइ और 35 आरक्षकों की ड्यूटी ग्रामीण क्षेत्र में रहेगी।
एसएएफ के 270 जवानों की तैनाती
सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता बनाने 10वीं वाहिनी सागर व 9वीं वाहिनी रीवा से 60-60 प्रशिक्षित आरक्षकों को बुलाया गया है। 5वीं वाहिनी मुरैना, 26वीं वाहिनी गुना और 25वीं वाहिनी भोपाल से 50-50 आरक्षकों की तैनाती की जाएगी। इसके अलावा पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज भौंरी से 90 नव आरक्षकों और 20 सुपरवाइजरी स्टाफ तो आरटीपीसी इंदौर से 60 सुपरवाइजरी स्टाफ को बुलाया गया है।
Source: Education