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13 दिन बाद पदभार ग्रहण करने वाली नगर की नई सरकार के सामने हैं कई बड़ी चुनौतियां

गुना. आखिरकार गुना नगर पालिका कार्यालय में लंबे समय से खाली पड़ी अध्यक्ष पद की कुर्सी भर गई है। बुधवार को भव्य कार्यक्रम के दौरान पदभार ग्रहण करने के बाद अध्यक्ष सविता अरविंद गुप्ता ने विधिवत रूप से कार्यभार संभाल लिया है। इस समय उनके समक्ष कई बड़ी समस्याएं हैं, जिन्हें पहले हल करना बेहद जरूरी है। क्योंकि इन समस्याओं से शहर का एक बड़ा वर्ग इन दिनों जूझ रहा हैै। हम बात कर रहे हैं हाल ही में हुई लगातार बारिश और बाढ़ की वजह से प्रभावित हुए लोगों की। जिन्हें इस समय तात्कालिक मदद की बेहद जरूरत है। वह नगर पालिका और प्रशासन से मदद की आस लगाए हुए हैं। क्योंकि इस बारिश में उनका मिट्टी से बना कच्चा घर मिट्टी में मिल चुका है। उसमें खाने पीने से लेकर ओढ़ने बिछाने का पूरा सामान नष्ट हो गया है। उनके समक्ष सबसे पहले तो इस समय हो रही बारिश में अपने आपको बचाना है। जिसके लिए कुछ लोगों ने तो किराए के मकान में आश्रय ले लिया है। लेकिन कुछ इतने गरीब हैं और असहाय हैं कि वे यह भी व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे लोगों को कुछ समय के लिए किसी सरकारी भवन में आश्रय दिलाया जाए। ऐसे परिवारों के समक्ष दूसरा संकट भोजन और रोजगार का है। क्योंकि दैनिक मजदूरी कर अपने परिवार का पेट पालने वाले लोगों के पास इस समय इतने पैसे भी नही हैं कि वे बाजार से सामान खरीदकर परिवार का पेट भर सकें। वहीं बिगड़े मौसम की वजह से मजदूरी का संकट भी पैदा हो गया है।

सैकड़ों हितग्राहियों के आवेदन और किस्त लंबित
लगातार बारिश की वजह से जितने लोगों के कच्चे मकान गिरे हंै, इनमें लगभग शत प्रतिशत ऐसे हैं जिन्होंने पक्का मकान बनाने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत काफी समय पहले फार्म भर दिए, सभी जरूरी दस्तावेज भी नपा कार्यालय में संबंधित विभाग को जमा करा दिए। लेकिन इसके आगे की कार्रवाई नपा द्वारा नहीं की गई है। जिसके कारण वे योजना के लाभ से वंचित बने हुए हैं। नतीजतन आज उन्हें बारिश के मौसम इस तरह के हातातों से जूझना पड़ रहा है। जबकि वे आवास योजना के लिए सबसे पहले पात्र थे। इसके अलावा ऐसे हितग्राहियों की संख्या भी बहुत अधिक है जिन्हें या तो अब तक पहली ही किस्त नहीं मिली या फिर दूसरी किस्त के लिए की जाने वाली औपचारिकता पूरी नहीं की गई। जिसकी वजह से भवन स्ट्रक् चर लेवल पर ही अधूरा पड़ा है। कई हितग्राही ऐसे हैं जिन्होंने अपना कच्चा मकान तोड़कर पक्का मकान बनाना शुरू किया और पास ही में झोंपड़ी बनाकर रहने लगा। जिसे इस समय बारिश के दौर में बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कुछ हितग्राही किराए के मकान में रह रहे हैं।

अतिक्रमण, पार्किंग और हॉकर्स जोन हंै प्रमुख मुद्दा
नई नगर पालिका अध्यक्ष सविता गुप्ता के समक्ष जो प्रमुख मुद्दे हैं उनमें सबसे पहला शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाना है। क्योंकि इसके बिना शहर का संपूर्ण विकास संभव नहीं है। दूसरा सबसे बड़ा मद्दा पार्किंग हैं। जिसके लिए शहर में जगह नहीं मिल पा रही है। इसकी व्यवस्था करना उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती है। क्योंकि रिहायशी इलाकों सहित एबी रोड और प्रमुख मार्गों पर व्यवसायिक परिसरों की संख्या बढ़ती जा रही है लेकिन पार्किंग के लिए जगह नहीं बच रही। पार्किंग के नाम पर जो तलघर बनाए गए हैं उनका उपयोग भी व्यवसायिक रूप में किया जा रहा है। तीसरी समस्या हॉकर्स जोन की है। जिसके अभाव में शहर की ट्रेफिक व्यवस्था नहीं सुधर पा रही है। शहर से गुजरे एबी रोड से लेकर हाट रोड, कोतवाली रोड, जयस्तंभ चौराहा, तेलघानी रोड, रेलवे स्टेशन रोड सहित प्रमुख चौराहा व तिराहों पर अव्यवस्थित रूप से हाथ ठेले व चाट पकौड़ी वाले खड़े रहते हैं। जिससे आम रास्ता संकुचित हो रहा है। त्योहार के समय तो वाहन ही नहीं पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। कुल मिलाकर इस समस्या को दूर करने के लिए प्रथक हॉकर्स जोन की आवश्यकता है। पथ विक्रेताओं के लिए हाट रोड के स्थान पर अन्य जगह शिफ्ट करने की कार्रवाई की जाए। हालांकि इसके लिए न्यायालय के पीछे वाली रोड हॉकर्स जोन बनाए जा रहे हैं। वहीं मुख्य बाजारों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में निष्पक्षता जरूरी है तब ही यह अभियान सफल हो सकेगा। इसके अलावा मुख्य बाजारों में वाहनों के लिए नए पार्किंग एरिया विकसित करना बेहद आवश्यक हो गया है।

इंदौर शहर से सबक लेना जरूरी
गुना शहर को सुव्यवस्थित करने के लिए सबसे पहले इंदौर शहर से सबक लेना जरूरी है। तब ही कोई काम सही ढंग से सफल हो सकेगा। क्योंकि वहां जो अभियान शुरू किया जाता है उसे अंजाम तक तो पहुंचाया ही जाता है। साथ ही उसकी मॉनीटरिंग के लिए एक टीम गठित की जाती है जो लगातार उस एरिया पर नजर रखती है और कार्रवाई भी करती है। यही कारण है जिस जगह से अतिक्रमण हटाया वहां फिर से अतिक्रमण नहीं हो पाता। वहीं इंदौर के नागरिकों से भी यहां के लोगों को सीखना होगा क्योंकि इंदौर शहर का हर नागरिक अपने शहर के प्रति अपनापन का जज्बा रखता है। बता दें कि नपाध्यक्ष भी इंदौर शहर से काफी प्रेरित हैं। यही वजह है कि उन्होंने पदभार ग्रहण करने के बाद अपने संबोधन में कहा था कि हम गुना शहर को विकसित करने के लिए इंदौर शहर से प्रेरणा लेकर मास्टर प्लान 2035 के अनुसार कार्य करेंगे। जिससे शहर का सर्वांगीण विकास होगा।

महिला के रूप में तीसरी नपाध्यक्ष हैं सविता गुप्ता
बता दें कि गुना नगर पालिका में अब तक जितने भी अध्यक्ष रहे हैं उनमें महिला के रूप में सविता गुप्ता तीसरी अध्यक्ष हैं। इससे पहले ऊषा विजयवर्गीय, त्रिवेणी निर्मल सोनी ने इस पद को सुशोभित किया है। सविता का कहना है था कि यह हम महिला शक्ति के लिए गर्व की बात है। हम महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा देंगे। शहर विकास के लिए हम गणमान्य नागरिकों एवं जनप्रतिनिधियों का मार्गदर्शन भी लेंगे।



Source: Education