fbpx

'देश छोड़ने से नहीं खत्म होगी नफरतें', अब्दुल बारी सिद्दीकी को फारूक अब्दुल्ला ने दी सलाह

RJD के वरिष्ट नेता और पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ने एक कार्यक्रम में बताया कि उन्होंने विदेश में रह रहे अपने बेटा और बेटी से कहा है कि भारत देश अब रहने लायक नहीं रहा। हम अपने बच्चों के लिए यह कहने में मजबूर हैं कि वह विदेश में ही रह जाएं और हो सके तो वहीं की नागरिकता ले लें। सिद्दीकी के इस बयान ने देश में फिर से एक बार नफरत को लेकर राजनीतिक बहस छिड़ गई है। इस बयान के बाद कई नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के बयान के समर्थन पर उतर आए हैं तो वहीं भाजपा के नेताओं ने इस बयान को लेकर सिद्दीकी पर निशाना साधा है।

इसी बीच न्यूज एजेंसी से बात करते हुए जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि “देश जरूर मुश्किल से गुजर रहा है, नफरतें बढ़ गई हैं मगर देश छोड़ने से नफरतें दूर नहीं होंगी। देश में रहकर आपको इस आग को खत्म करना है। सभी लोग खराब नहीं है,अच्छे लोगों की बहुत बड़ी संख्या है। अगर इस देश को बचना है तो मुसलमान हो, हिंदु हो, सिख हो, ईसाई हो, हम सबको भाईचारे में रहना है। रामराज्य ये ही था कि सब बराबर हैं। कोई भी देश का आदमी पीछे रह जाए तो देश मजबूत नहीं हो सकता।”

सबसे सस्ती गाली- पाकिस्तान चले जाओ
कार्यक्रम में दिए गए बयान पर बहस छिड़ने के बाद आज न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि “आज कल सबसे सस्ती गाली हो गई है कि पाकिस्तान चले जाओ, पाकिस्तान तुम्हारा बाप-दादा होगा हमारा नहीं है। हमारे बाप- दादा भारत में हैं भारत में रहे हैं और हम भी यहीं रहेंगे।” इसके साथ ही उन्होंने बताया कि मैंने उस बयान को एक कार्यक्रम में दिया था जहां पूर्व न्यायाधीश सहित कई बुद्धिजीवी मौजूद थे। मैंने पूछा था कि अगर छात्रों को यहां अवसर मिलता है, तो वे विदेश क्यों जाएंगे। कुछ लोग अपने राजनीतिक लाभ के लिए भारत का उपयोग कर रहे हैं।

 

क्या भगवा हिंदुओं का और हरा मुसलमानों?: फारूक अब्दुल्ला
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि शाहरुख खान की नई मूवी (पठान) में भगवा रंग के कपड़े पहनने पर विवाद छिड़ गया है। क्या इसका मतलब यह है कि भगवा हिंदुओं का है और हरा मुसलमानों का? यह क्या है? गाय हिंदुओं की और बैल मुसलमानों की? इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार ने कहा था कि धारा 370 हटने से आतंकवाद खत्म हो जाएगा। इसे हटाए हुए कितने साल हो गए हैं? क्या घाटी में आतंकवाद खत्म हो गया है?

यह भी पढ़ें: अब्दुल बारी सिद्दीकी के पक्ष में बोले शिवानंद तिवारी, जानें क्या कहा

 





Source: National