Newsmile: सेहत से लेकर व्यवहार तक, जीवन में छिपा है खुशियों का खजाना
दूसरों के साथ व्यवहार…
जब हम खुशी के बारे में बात करते हैं तो सच्चाई यह है कि हम वास्तव में सामाजिक और आर्थिक जरूरतों के बीच संतुलन बनाने की कोशिश कर रहे होते हैं। खुशी केवल आर्थिक संपन्नता से नहीं बल्कि हम दूसरों के साथ कैसा व्यवहार करते हैं इससे भी निर्धारित होती है।
अमीर होना खुशी की गारंटी नहीं…
निरंतर वर्षों के प्रयासों के बाद अमीर बनना खुशी की गारंटी नहीं दे सकता। हालांकि, धन प्रबंधन से जुड़े तरीके सीखना और सही चीजों पर अपना पैसा लगाना आपको जीवन में लंबे समय तक चलने वाली खुशी और संतोष पाने में मदद कर सकता है।
चुनने की आजादी…
किसी भी उम्र का व्यक्ति हो, उसके लिए चुनने की आजादी होना महत्वपूर्ण है। किसी काम को करना है या नहीं। अपने लिए, सही और गलत का फैसला करना भी व्यक्ति की खुशी से जुड़ा है। ऐसे में जरूरी है कि हम न केवल अपने लिए चुनने की आजादी रखें बल्कि दूसरों को भी ऐसा करने का मौका दें, तभी सही मायनों में खुशी पाई जा सकती है।
जरूरतमंदों की मदद करना…
कई शोधों में यह पाया गया है कि खुद पर धन खर्च करने की तुलना में जरूरतमंदों की मदद करने पर आपको ज्यादा खुशी मिलती है। यह खर्च किसी दोस्त के लिए कॉफी खरीदने से लेकर किसी संस्था में दान देने से भी जुड़ा हो सकता है।
वर्क-लाइफ बैलेंस महत्वपूर्ण…
खुशियों के लिए काम और निजी जीवन के बीच सामंजस्य जरूरी है। यह तालमेल परिवार और दोस्तों के साथ बिताने के लिए अधिक समय प्रदान करता है। आप अपने कामों को बेहतर ढंग से कर पाते हैं। तनाव के बिना जब आपके सभी काम समय पर पूरे होते हैं, तो रिश्तों में भी मिठास बनी रहती है।
सेहत और खुशी साथ-साथ…
आप कम वेतन में भी खुश रह सकते हैं, बशर्ते, आप स्वस्थ हों। सेहतमंद व्यक्ति खुद पर ध्यान देता है, फिटनेस से लेकर व्यक्तित्व को संवारता है। वह अपने साथ-साथ दूसरों के स्वास्थ्य, खुशियों पर भी अन्य के मुकाबले ज्यादा ध्यान देता है।
दूसरों संग भी करें ऐसा व्यवहार…
आप दूसरों का हाथ थामते हैं, दूसरों को हिम्मत देते हैं तो कहीं न कहीं वही एनर्जी लौटकर आती है। यही नियम है, खुश होना चाहते हैं या ऐसा महसूस करना चाहते हैं तो आपको भी किसी के चेहरे पर मुस्कान लेकर आनी होगी।
जो है उसी में खुश रहें
जीवन में जो कुछ भी आपके पास है, उसी में खुश रहें। यदि आप सरल हैं, तो जीवन आसान हो जाएगा। जिंदगी से जितनी अधिक उम्मीदें होंगी, निराशा उतनी ही ज्यादा होगी क्योंकि भौतिकवादी इच्छाओं का कोई अंत नहीं।
-सुधा मूर्ति, सह-संस्थापक, इंफोसिस फांउडेशन
खुशियों का मंत्र
हंसे जैसे 10 के हों, पार्टी करें जैसे 20 के हों, स्वस्थ रहें जैसे 30 के हों, प्यार करें जैसे 40 के हों, सलाह दें जैसे 50 के हों, परवाह करें जैसे 60 के हों, ज्ञान ऐसा हो जैसे आप 70 के हों।
– हर्ष गोयनका, उद्योगपति
असली खुशी भीतर से मिलेगी
पैसा, सामाजिक स्थिति, प्लास्टिक सर्जरी, आलीशान घर, बड़ा पद, इनमें से कोई भी चीज सही मायनों में खुशियां नहीं देगी क्योंकि असली खुशी आपके भीतर से शुरू होती है।
-प्रो. युवाल नोआ हरारी, बेस्ट सेलर लेखक
दूसरों संग भी करें ऐसा व्यवहार
आप दूसरों का हाथ थामते हैं, दूसरों को हिम्मत देते हैं तो कहीं न कहीं वही एनर्जी लौटकर आती है। यही नियम है, खुश होना चाहते हैं या ऐसा महसूस करना चाहते हैं तो आपको भी किसी के चेहरे पर मुस्कान लेकर आनी होगी।
-एकता संधीर, इंस्टाग्राम इंफ्ल्यूएंसर
आप जो हैं वही आकर्षित करेंगे
खुश रहना एक स्थिति है। एक प्रसन्न मन अच्छे स्वास्थ्य की ओर पहला कदम है। ध्यान रहे कि आप जो हैं वही आकर्षित करते हैं। इसलिए जितना हो सके अपने मन को खुश रखें और विचारों को सकारात्मक।
– रणवीर बरार, सेलिब्रिटी शेफ
Source: Lifestyle