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कानपुर-सागर नेशनल हाइवे पर शहर में बनेगा भारत माला योजना के तहत सिक्सलेन बाइपास

पत्रिका अभियान का खबर का असर

छतरपुर. दो नेशनल हाइवे के क्रॉस पर बसे छतरपुर शहर में बाइपास न होने से दुर्घटना व जाम की समस्या से जूझ रहे शहरवासियों के लिए राहत की बड़ी खबर है। झांसी खजुराहो फोरलेन के बाद अब कानपुर सागर नेशनल हाइवे पर भारत माला योजना के तहत सिक्सलेन बाइपास का निर्माण किया जाएगा। सागर कानपुर नेशनल हाइवे का सिक्सलेन चंद्रपुरा के पास झांसी खजुराहो फोरलेन पर मिलेगा। पत्रिका समाचार पत्र द्वारा जनभावनाओं के अनुरुप बाइपास की मांग को लेकर चलाए गए अभियान के समर्थन में केन्द्रीय समाजकि न्याय एंव अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार की पहल पर केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने शहर से गुजरे दूसरे नेशनल हाइवे पर सिक्सलेन बाइपास बनाने की मंजूरी दी है।

गठेवरा के पास जुड़ेंगे सिक्सलेन व फोरलेन बाइपास
केन्द्रीय मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि शहर में पहले दोनों नेशनल हाइवे को जोड़ते हुए रिंगरोड बनाए जाने का प्रस्ताव था। लेकिन इसके लेकर आ रही परेशानियों को देखते हुए अब कानपुर सागर सिक्सलेन को झांसी खजुराहो फोरलेन से जोड़कर बाइपास बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। सिक्सलेन के लिए जमीन अधिग्रहण की अधिसूचना जारी हो चुकी है। अब इसी जमीन पर बाइपास बनाया जाएगा। सिक्सलेन बाइपास होने से अलग-अलग लेन के वाहन अलग अलग आ-जा सकेंगे।

चंद्रपुरा से अलग-अलग हो जाएंगे सभी लेन
डॉ. वीरेन्द्र कुमार के प्रतिनिधि धीरेन्द्र नायक ने बताया कि सागर कानपुर सिक्सलेन सागर रोड पर चौका गांव से पन्ना रोड पर चंद्रपुरा तक सिक्सलेन बाइपास बनाया जाएगा। चंद्रपुरा में ग्वालियर जैसा चंद्रकार कनेक्शन देकर सभी लेनों को अलग-अलग जोड़ा जाएगा। सागर से आ रही सिक्सलेन की एक लेन के वाहन झांसी -खजुराहो मार्ग से झांसी की ओर निकल सकेंगे। वहीं, दूसरी लेन के वाहन पन्ना रोड पर सतना-रीवा की ओर निकल जाएंगे। जबकि तीसरी लेन के वाहन कानपुर के लिए निकल सक ेंगे। एक अन्य लेन के जरिए वाहन छतरपुर शहर में आ पाएंगे।

भोपाल-लखनऊ इकॉनॉमिक कॉरिडोर के तहत बनेगा बाइपास
लखनऊ से भोपाल को जोडऩे की राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की भारता माला परियोजना पर तेजी से काम किया जा रहा है। कबरई-सागर फोरलेन के जरिए छतरपुर व महोबा और कारोबार की राजधानी कानपुर और मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल फोरलेन मार्ग से जुड़ेंगे। इस पर काम शुरू हो गया है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने डीपीआर तैयार कर लिया है। इसी डीपीआर में छतरपुर शहर का बाइपास बनाया जाएगा। जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। 526 किलोमीटर लंबे इस हाइवे को तीन साल में बनाने का लक्ष्य है।

सिक्सलेन के हिसाब बनाई योजना
प्रस्तावित हाइवे में अंडरपास और एलीवेटेड पुलों का निर्माण 6 लेन के अनुसार होगा। एनएचएआइ प्रोजेक्ट ऑफिस छतरपुर की टीम ने महोबा से सागर के बीच हाइवे की प्लानिंग को अंतिम रूप दे दिया है। बाइपास को जोडऩे वाले ओबरब्रिज व कनेक्शन जंक्शन की डिजाइन एक्सपर्ट इंजीनियरों द्वारा बनाई जाएगी।



Source: Education

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