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170 मोबाइल बदले, कंप्यूटर से डिलीट की फाइलें, मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी की Inside Story

manish sisodia in Liquor Policy Case: मनीष सिसोदिया, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री… आम आदमी पार्टी उन्हें देश का सर्वश्रेष्ठ शिक्षा मंत्री कहती है। राजनीतिक रूप से सिसोदिया की हैसियत AAP में केजरीवाल के बाद नंबर दो नेता की है। लेकिन इन दिनों सिसोदिया के साथ-साथ पूरी आप पार्टी बड़ी मुश्किल में घिरी है। वजह है- दिल्ली की शराब नीति। दरअसल दिल्ली की विवादित शराब नीति केस में सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया है। उनकी गिरफ्तारी भारी राजनीतिक ड्रामे के बीच हुई। 26 फरवरी रविवार को सिसोदिया को सीबीआई मुख्यालय में पूछताछ में लिए बुलाया गया था। करीब 8 घंटे की पूछताछ के बाद सिसोदिया को सीबीआई ने अरेस्ट किया। सिसोदिया से पूछताछ के दौरान सीबीआई मुख्यालय के बाहर बड़ी संख्या में आप के नेता और कार्यकर्ता विरोध-प्रदर्शन करते दिखे। खुद दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि सिसोदिया की गिरफ्तारी राजनीतिक दवाब में हुई है। लेकिन जांच एजेंसी से जुड़े सूत्रों की मानें तो सिसोदिया के खिलाफ सीबीआई ने कई पुख्ता सबूत जमा किए हैं।

क्या है दिल्ली की विवादित शराब नीति-

दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने 17 नवंबर 2021 को नई शराब नीति को मंजूरी दी। इसके तहत दिल्ली में शराब की सरकारी दुकानों को बंद कर दिया गया। नई नीति को लागू करने के लिए दिल्ली को 32 जोन में बांटा गया था। नई शराब नीति लाने के पीछे आप सरकार ने जो वजह बताई उसके अनुसार शराब माफियाओं पर नियंत्रण और सरकार का राजस्व बढ़ाना था। साथ ही कालाबाजारी को खत्म करना और शराब की दुकानों का समान वितरण करना था।


नई शराब नीति में क्या हुई गड़बड़ी-

इस शराब नीति में गड़बड़ी को लेकर आरोप है कि सिसोदिया ने उपराज्यपाल की मंजूरी के बिना शराब नीति में बदलाव किया। कोरोना महामारी के नाम पर शराब कारोबारियों के 144.36 करोड़ रुपए की टेंडर लाइसेंस फीस माफ की। आरोप है कि इससे शराब ठेकेदारों को फायदा पहुंचा। रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि इससे मिले
कमीशन का इस्तेमाल आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनाव में किया।



सिसोदिया की गिरफ्तारी में दिनेश अरोड़ा की बड़ी भूमिका-

मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी में दिल्ली के बड़े बिजनेसमैन दिनेश अरोड़ा की बड़ी भूमिका कही जा रही है। सिसोदिया के बेहद करीबी अरोड़ा सरकारी गवाह बन गए। अरोड़ा ने ही सिसोदिया, विजय नायर और आप के कई बड़े नेताओं के नाम लिए। CBI के सूत्रों के मुताबिक सिसोदिया को सबूत नष्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उन पर कई फोन को नष्ट करने का आरोप है।

170 बार मोबाइल बदले, ED ने जब्त की 17 मोबाइलें-

प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने दिसंबर 2022 में दिल्ली की कोर्ट को बताया था कि सिसोदिया और अन्य अरोपियों ने 170 बार मोबाइल फोन बदले और फिर इन्हें तोड़ दिया। इससे 1.38 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। एक्साइज स्कैम में सबूतों को बड़े पैमाने पर नष्ट किया गया।

ED ने कहा था कि इस मामले में प्रमुख सबूत मोबाइल फोन में थे और इस मामले में कम से कम 36 आरोपियों ने मई से अगस्त 2022 तक 170 मोबाइल का यूज किया और उन्हें बाद में तोड़ दिया। ED ने 17 फोन बरामद किए। हालांकि, उसमें भी डेटा को डिलीट कर दिया गया था।

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