अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमले की आशंका के बीच सेना अलर्ट, नई ट्रैफिक एडवाइजरी जारी
Amarnath Yatra 2023 : बाबा अमरनाथ की पावन यात्रा का शुभारंभ हो चुका है। मंगलवार सुबह 6597 श्रद्धालुओं का पांचवां जत्था जम्मू के यात्री निवास भगवती नगर से पहलगाम और बालटाल के लिए रवाना किया गया है। इसमें बालटाल के रास्ते 2122 और पहलगाम के रास्ते से 4475 श्रद्धालु यात्रा पर गए हैं। यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं का निरंतर उत्साह बढ़ रहा है। हालांकि यात्रा के बीच हमले का डर रहता है। आतंकी किसी बड़े हमले के बजाए स्टैंडअप फायरिंग, ग्रेनेड फैंकने और स्टिकी बन के जरिए किसी छोटे बड़े हमले को अंजाम देकर यात्रियों के मन में डर बैठाने की कोशिश भी कर सकते हैं। हालांकि यात्रा के दौरान यात्रियों की सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। साथ ही नई ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की गई है।
जवानों को नहीं मिल रही चार्टड फ्लाइट
दरअसल, अमरनाथ यात्रा के दौरान सेना के काॅन्वाय पर आतंकी हमला होने का खतरा बना हुआ है। खासतौर पर उन जवानों के लिए जो छुट्टी पर घर जाएंगे। सैनिकों को छुट्टी में घर जाने के वक्त अब विमानों की बजाए सड़क के रास्ते जाने को मजबूर होना पड़ रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले तीन साल से रक्षा मंत्रालय की तरफ से मिलने वाली हवाई सेवा जिसे चार्टड फ्लाइट भी कहा जाता है वो नहीं मिल रही है।
आतंकी के निशाने पर रही अमरनाथ यात्रा
जाहिर है कि 90 के दशक से अमरनाथ यात्रा आतंकी के निशाने पर रही है। सबसे पहले 1993 में अमरनाथ यात्रा पर हमला हुआ था। जिसके बाद लगातार 4 साल तक हर साल यानी 1996 तक आतंकी हमला करते रहे। हालांकि सबसे बड़े हमले की साजिश 2000 में रची गई। इस हमले में 32 लोगों की जान गई जबकि 60 के करीब लोग घायल हुए थे। साल 2001 में शेषनाग झील पर यात्रियों कैंप पर ग्रेनेड फेंके गए। फिर 2002 और 2006 में यात्रियों को हमले के जरिए निशाना बनाया गया।
अब सुरक्षा के इंतजाम पुख्ता
इन घटनाओं के बाद अमरनाथ यात्रा पर सुरक्षा के इंतजाम पुख्ता किए गए। बावजूद इसके साल 2017 में एक बार फिर आतंकियों ने अमरनाथ यात्रियों की बस पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। जिससे 7 यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 32 लोग घायल हो गए। हालांकि इसके बाद से भारतीय सुरक्षा तंत्र इतना मजबूत कर दिया गया कि हमले को आतंकी अंजाम देने की हिम्मत नहीं जुटा सके।
ट्रैफिक एडवाइजरी में संशोधन
अमरनाथ यात्रा के दौरान जम्मू से पहलगाम तक घाटी की ओर नवयुग सुरंग को पार करने के लिए अंतिम वाहन का समय शाम 4 बजे, जबकि अनंतनाग की ओर मीर बाजार को पार करने के लिए अंतिम वाहन का समय शाम चार बजे तय किया गया है। जम्मू क्षेत्र और कश्मीर घाटी के बीच आवाजाही के समय में भी संशोधन किया गया है। बालटाल कान्वॉय-जम्मू से कश्मीर की ओर बालटाल के लिए प्रस्थान का समय 4 बजे और लम्बर बनिहाल से बालटाल की ओर प्रस्थान समय 10 बजे रखा गया है।
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Source: National