राजस्थान के इस जिले में अब तक 7 लाख आयुष्मान कार्ड बने, आप भी घर बैठे बनवा सकते हैं आयुष्मान कार्ड
इसमें सामाजिक एवं आर्थिक जनगणना 2011 के शहरी व ग्रामीण पात्र परिवार ही कार्ड बना सकते हैं। हालांकि विभाग की ओर से आशा सहयोगिनियां घर-घर जाकर आयुष्मान कार्ड बना रही हैं, लेकिन आमजन भी मोबाइल एप के जरिए योजना में रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
सीएमएचओ डॉ. सीएस गजराज ने बताया कि आयुष्मान भारत-चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत सामाजिक एवं आर्थिक जनगणना 2011 के पात्र परिवारों के सदस्यों का आयुष्मान भारत ई-केवाईसी पहचान कार्य किया जा रहा है। इसमें बाड़मेर जिले के करीब 12 लाख 58 हजार 567 सदस्यों का कार्ड बनाया जाना है। जिसमें से अब तक करीब 7 लाख सदस्यों के कार्ड बनाए जा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि आमजन योजना में मोबाइल एप से पंजीयन करवाएं और जरूरत पर कैशलेस चिकित्सा का लाभ ले सकते हैं। फार्म भरने एवं कार्ड बनाने के संबंध में आमजन विभाग के सोशल मीडिया प्लेटफार्म सीएमएचओ आईईसी बाड़मेर से विस्तृत जानकारी देख सकते हैं।
ई-मित्र पर निशुल्क करवाएं ई-केवाईसी
नोडल अधिकारी डॉ. हरेन्द्र भाकर ने बताया कि ई-केवाईसी की सेवा सभी ई मित्र पर पूर्ण रूप से निशुल्क है। यदि कोई ई-मित्र संचालक इसकी एवज में फीस लेता है तो उसकी शिकायत तुरंत जिलास्तर पर सक्षम अधिकारी को कर सकते हैं। वहीं विभाग की ओर से आयोजित होने वाले विकसित भारत संकल्प यात्रा शिविरों में भी लाभार्थियों को बुलाकर ई-केवाईसी करवाई जाएगी। आमजन आधार कार्ड जरिए एप से भी कार्ड बना सकते हैं।
आयुष्मान कार्ड बनवाने के फायदे
राजस्थान में इस योजना में पंजीकृत परिवार को देशभर के किसी भी योजना में चयनित सरकारी या निजी अस्पताल में भी पांच लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा रहेगी। भर्ती होने से पांच दिन पहले तक की जांचें, भर्ती के दौरान उपचार व भोजन और डिस्चार्ज होने के 15 दिन बाद तक का चैकअप व दवाएं निशुल्क उपलब्ध रहेंगी। योजना के तहत अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में अस्पताल के निर्धारित पैकेज अनुसार कोरोना, कैंसर, गुर्दा रोग, हृदय रोग, डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया डायलिसिस, घुटना व कूल्हा प्रत्यारोपण, मोतियाबिंद और अन्य चिह्नित गंभीर बीमारियों का निशुल्क उपचार योजना के तहत किया जाता है।
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