लखनऊ में भारत-अफ्रीका मैच पर कोहरा डालेगा खलल:इकाना स्टेडियम में धुंध-ओस से कम हो सकते हैं ओवर; पहले बॉलिंग करने वाली टीम फायदे में रहेगी
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच लखनऊ में खेले जाने वाले चौथे टी20 मैच पर कोहरा खलल डाल सकता है। यह मैच आज, 17 दिसंबर को लखनऊ में खेला जाना है जो इस समय शीतलहर और घने कोहरे की चपेट में है। लखनऊ में मंगलवार रात और बुधवार सुबह कोहरा इतना घना था कि शहर में विजिबिलिटी घटकर 50 मीटर हो गई थी। मौसम विभाग ने आज शाम 7 बजे से ही कोहरा छाने का अनुमान जताया है। इससे स्टेडियम के भीतर विजिबिलिटी घट सकती है। मौसम विभाग के वैज्ञानिक अतुल सिंह ने कहा- शाम 7 बजे से रात 11 बजे तक जिस वक्त मैच होना है, उस वक्त शहर में 200-800 मीटर तक विजिबिलिटी रह सकती है। इसके अलावा ओस भी गिरेगी। इकाना स्टेडियम गोमती नदी के किनारे है। पूरा इलाका खुले मैदान जैसा है, वहां कोहरा और घना हो सकता है। वैसे भी जहां नमी अच्छी होती है, वहां कोहरा ज्यादा पड़ता है। क्रिकेट एक्सपर्ट्स का कहना है कि मैच में थोड़ा व्यवधान हो सकता है। हालांकि, कोहरा आने पर फ्लड लाइट्स जला दिए जाएंगे और ओस कम करने के लिए केमिकल का छिड़काव किया जा सकता है। टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने वाली टीम को फायदा होगा। दूसरी पारी में बॉलिंग करनी मुश्किल होगी। क्रिकेट और मौसम एक्सपर्ट्स से जानिए, संभावनाएं- रात 11 बजे 800 मीटर हो सकती है स्टेडियम में विजिबिलिटी
मंगलवार शाम जब टीम इंडिया प्रैक्टिस कर रही थी, तब भी पूरा स्टेडियम कोहरे की जद में था। उस दौरान ओस भी गिर रही थी। ऐसे में आज के मैच में मैदान पर बहुत ड्यू होने की संभावना है। शाम से ही इकाना के आसपास कोहरे और धुंध का असर बना रहेगा। मैच डिले और ओवर कम हो सकते हैं
एक पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया, दिसंबर के समय में लखनऊ में पहली बार इंटरनेशनल मैच हो रहा है। ऐसे में सर्दी का समय है तो कोहरा और धुंध होना स्वाभाविक है। बीसीसीआई को मैच शेड्यूल करने से पहले इसका ध्यान रखना चाहिए था। वैसे लग रहा है कि मैच हो जाएगा, थोड़ा बहुत दिक्कत तो आएगी ही। मैदान सुखाने के लिए सुपर सॉपर की मदद लेंगे
BCCI से जुड़े एक अधिकारी ने बताया, अगर कोहरा अधिक रहा तो मैच पर असर पड़ सकता है। इस दौरान स्टेडियम के स्टाफ की तरफ से सुपर सॉपर मशीन में लगे बड़े स्पंज को मैदान पर चलाकर अतिरिक्त पानी (ओस) को सुखाने का काम किया जाएगा। बड़ी रस्सियों को ग्राउंड पर चलाकर भी ओस सुखाने का काम होता है। एंटी-ड्यू केमिकल का छिड़काव मैदान पर होगा। इससे घास के गीले होने की प्रक्रिया धीमे हो सकती है। टाइम फिक्स होने की वजह से उसमें बदलाव तो मुश्किल है, लेकिन मैच थोड़ा बहुत डिले हो सकता है। ओवर भी कम हो सकते हैं।
एक्सपर्ट्स से समझिए मैच में कोहरे से फायदा या नुकसान कोहरे के समय ओस कम गिरती है या ज्यादा?
कोहरा और ओस दोनों के बनने की प्रक्रिया लगभग एक जैसी होती है। यानी ज्यादा कोहरा ज्यादा ओस। इसलिए कोहरे के समय ओस भी ज्यादा गिरती है। ओस से बैटर या बॉलर के प्रदर्शन पर किस तरह का फर्क पड़ता है?
ओस से आउटफील्ड गीली होती है। इससे गेंद भी गीली हो जाती है। गीली गेंद पर गेंदबाज अच्छे से ग्रिप नहीं बना पाते। इसलिए गेंद पर उनका नियंत्रण भी कम हो जाता है। गेंद पर ग्रिप कमजोर होने से स्पिनर्स को ज्यादा नुकसान होता है। गेंद कम टर्न होती है। गीली गेंद पिच पर स्किड करती है। इसलिए स्पिन के साथ-साथ सीम मूवमेंट भी कम हो जाता है। ओस और स्विंग का क्या कनेक्शन है?
स्विंग के लिए गेंद की सीम के दोनों तरफ के सरफेस का अलग-अलग कंडीशन में होना जरूरी होता है। ओस में गेंद गीली होने के सीम के दोनों तरफ के सरफेस लगभग एक जैसी कंडीशन में आ जाते हैं। इसलिए स्विंग मूवमेंट भी काफी कम हो जाता है। किस पारी पर इसका क्या असर पड़ेगा?
ओस का असर दूसरी पारी में ज्यादा पड़ता है। ओस की वजह से दूसरी पारी आने तक बल्लेबाजी काफी आसान हो जाती है। इसलिए जिन मैचों में ओस की आशंका ज्यादा होती है कप्तान टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करना पसंद करते हैं। भारत या साउथ अफ्रीका के पास कौन से बॉलर हैं, जो इसका फायदा ले सकते हैं
ओस गिरने के बाद बॉलर चाहे कोई भी हो उसे नुकसान ही होता है। हां, पेसर्स के मुकाबले स्पिनर्स को ज्यादा नुकसान होता है। अनुभवी गेंदबाज अपनी स्किल से नुकसान कम जरूर कर सकते हैं। ऐसी स्थिति का सामना करने के लिए भारत या साउथ अफ्रीका के पास कौन से बैटर हैं?
एक बार जब गेंद गीली हो जाती है तो उसका फायदा दुनिया के लगभग सभी बल्लेबाजों को एक जैसा होता है। लाइव अपडेट्स के लिए ब्लॉग से गुजर जाएं…
Source: Sports