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अस्पताल की लिफ्ट खराब, मरीज व परिजन हुए परेशान

विदिशा। जिला अस्पताल परिसर में लिफ्ट खराब होने से सुबह से मरीज व उनके परिजन परेशान होते रहें। चिकित्सक, नर्स व मरीज सभी को सीढिय़ों व रेंप से दूसरी-तीसरी मंजिल जाना पड़ रहा था।

कई मरीज को उनके परिजन स्टे्रचर धकाते हुए रेंप से दूसरी-तीसरी मंजिल तक ले जाने की मशक्कत करते रहे। यह सब देखने को मिला मंगलवार की सुबह नए जिला अस्पताल भवन में। अस्पताल कर्मचारियों ने बताया कि जो लिफ्ट अस्पताल की शुरूआत से चल रही थी वह बंद होने के कारण यह परेशानी आई है।

यहां युवक मनोज सराठे रेंप पर अपनी वृद्ध बीमार मां को स्टे्रचर स्वयं धकाते तीसरी मंजिल तक लाए थे। उनका कहना रहा कि नए अस्पताल की यह कैसी व्यवस्था। यहां लिफ्ट भी खराब और स्वयं मरीज के परिजनों को स्टे्रचर धकाना पड़ रहे है।

इसी तरह जैतपुरा निवासी विनोद अपनी वृद्ध मां को स्टे्रचर तीसरी मंजिल तक लाए थे। वहीं कई परिजन बुजुर्गों को सहारा देकर उन्हें सीढिय़ां चढ़ाकर अस्पताल के दूसरे-तीसरे फ्लोर पर पहुंच रहे थे। अस्पताल कर्मचारियों के अनुसार यहां मेडिकल, सर्जिकल, शिशु आदि अन्य वार्ड में औसतन 300 से अधिक मरीज भर्ती रहते हैं।

ऐसे में बड़ी संख्या में मरीजों के परिजनों को उनके वार्डों में पहुंचने के लिए परेशान होना पड़ा। छह लिफ्ट है अस्पताल में कर्मचारियों के मुताबिक इस नए अस्पताल भवन में करीब छह लिफ्ट है, लेकिन चालू एक ही रखी गई थी। यह लिफ्ट सोमवार को ही खराब हो चुकी थी, लेकिन दिनभर में नहीं सुधर पाई। लिफ्ट बंद होने के कारण मरीजों के परिजन लिफ्ट के पास पहुंचकर वापस होते रहे।

अस्पताल प्रबंधन ने मंगलवार की दोपहर में दो अन्य लिफ्ट चालू की लेकिन यह लिफ्ट अलग एक कोने में होने से मरीजों व उनके परिजनों की नजर से ओझल थी। इस संबंध में किसी तरह सूचना चस्पा न करने के कारण अस्पताल के कई कर्मचारियों को भी इसकी जानकारी नहीं थी। ऐसे में अस्पताल के विभिन्न वार्डों में आने-जाने के लिए सीढिय़ों व रेंप का ही उपयोग होता रहा।

प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. एमके जैन ने बताया कि चालू लिफ्ट के संबंध में सूचना चस्पा कराने का बोल दिया गया है। वहीं दूसरी ओर दोपहर में इस बिगड़ी लिफ्ट का मरम्मत कार्य चलता रहा।

तकनीकी खराबी के कारण लिफ्ट बंद हो गई थी। इसकी मरम्मत का कार्य करा दिया गया है। नए भवन की व्यवस्था में जहां जो कमियां दिखाई दे रही उसे पूरा कराया जा रहा है।

– डॉ. प्रमोद मिश्रा, आरएमओ, जिला अस्पताल


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Source: Education