मैरी कॉम मुक्केबाजी में ट्रॉयल के खिलाफ, कहा- संघ को खत्म कर देना चाहिए
नई दिल्ली : छह बार की विश्व चैंपियन भारतीय महिला मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम ( Mary Kom ) बुधवार को ऑल इंडिया गेमिंग फेडरेशन के ऑनलाइन गेमिंग से जुड़ गईं। इस मौके पर उन्होंने मुक्केबाजी में ट्रॉयल प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि जो खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन कर रहा है, उसका चयन सीधे कर लेना चाहिए। संघ को ट्रॉयल प्रक्रिया पर एक बार फिर से विचार करना चाहिए।
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कहा अन्य खेलों में नहीं होता ट्रॉयल
36 साल की मैरीकॉम ने बैडमिंटन का उदाहरण देते हुए कहा कि अन्य खेलों में ट्रॉयल्स नहीं होता है। सायना नेहवाल या पीवी सिंधु ने अब तक कभी ट्रॉयल दिया? ट्रायल देना कभी कभार, अजीब लगता है। उन्होंने कहा कि यह अधिकारियों को तय करना चाहिए कि कौन खिलाड़ी बेहतर कर रहा है और किसे बड़े टूर्नामेंट में भेजा जाना चाहिए।
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कोच विवाद पर भी बोलीं
मैरी कॉम ने अपने कोच छोटे लाल यादव पर लगाए गए हितों के टकराव के आरोप पर कहा कि यह तो उनकी समझ से बाहर है। बता दें कि मैरी कॉम उस समिति का हिस्सा थीं, जिसे राजीव गांधी खेल रत्न, अर्जुन, द्रोणाचार्य और ध्यानचंद अवार्ड के लिए नामों की सिफारिश की थी। हालांकि समिति की अंतिम बैठक से उन्होंने खुद को अलग कर लिया था, क्योंकि उनके कोच छोटे लाल भी द्रोणाचार्य अवॉर्ड के दावेदार थे। मुक्केबाजी संघ से उनकी सिफारिश खुद मैरी कॉम ने की थी। इसी वजह से मैरी कॉम के खिलाफ हितों के टकराव की बात हो रही है।
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