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उत्कल एक्सप्रेस हादसा…सुबह प्रभु ने कहा, आज ही तय करो जवाबदेही, रात तक आठ अफसरों पर गाज

 नई दिल्ली। पहली बार किसी ट्रेन हादसे को लेकर रेल मंत्रालय ठोस एक्शन मोड में दिखा है। शनिवार को बेपटरी हुई पुरी से हरिद्वार जा रही उत्कल एक्सप्रेस हादसे को लेकर रविवार को सुबह 11: 11 बजे रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने रेलवे बोर्ड के चेयरमेैन को पहली नजर में मिले सबूतों के आधार पर रविवार शाम तक जबावदेही तय करने के निर्देश दिए थे। अपराह्न 3:00 बजे तक ही रेलवे ने बता दिया कि हादसे के पीछे दिल्ली डिविजन के इंजीनियरिंग विभाग की घोर लापरवाही थी। रात होते-होते  8 अधिकारियों पर कार्रवाई भी कर दी गई। 4 अधिकारी निलंबित किए गए, 3 को छुट्टी पर भेजा गया और 1 अफसर का ट्रांसफर किया गया है। उत्तर रेलवे ने सीनियर डिविजनल इंजीनियर और उनके मातहत काम करने वाले तीन कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया। इनके अलावा उत्तर रेलवे के चीफ ट्रैक इंजीनियर का ट्रांसफर कर दिया गया है। डीआरएम दिल्ली और जीएम उत्तर रेलवे को छुट्टी पर भेज दिया गया है। इसी तरह रेलवे बोर्ड के सदस्य, इंजीनियरिंग को भी छुट्टी पर भेज दिया गया है।

लापरवाही, चूक, रेल संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का केस
इससे पहले रेलवे पुलिस ने अपराह्न 3:30 बजे लापरवाही, चूक, रेल संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला भी दर्ज कर लिया। प्रभु ने घटना की जांच के आदेश शनिवार को ही दे दिए थे। वहीं रेलवे इस बात की भी जांच करेगा कि क्या ट्रैक पर बिना इजाजत के काम चल रहा था। ट्रैफिक के सदस्य मोहम्मद जमशेद ने कहा कि रेलवे कमिश्रर, सुरक्षा अपनी विस्तृत जांच के बाद बताएंगे कि ट्रैक पर किस तरह का मरम्मत चल रहा था या फिर कहीं सुरक्षा नियमों का उल्लंघन तो नहीं हुआ था। अगर ऐसा हुआ तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शनिवार को हुए हादसे में पुरी से हरिद्वार जा रही उत्कल लोगों को जान गंवानी पड़ी थी। जबकि 90 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा भी घटनास्थल पहुंचे।

कासगंज में एक मालगाड़ी बेपटरी
यूपी के कासगंज में रविवार को एक मालगाड़ी बेपटरी हो गई। हादसे में किसी के घायल होने की खबर नहीं है। बिहार के किशनगंज के बाढ़ प्रभावित इलाकों के लिए मिट्टी लेकर यह मालगाड़ी जा रही थी। एक बोगी उतर गई, जिससे 100 मीटर ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गया।

ऑडियो क्लिप से भी लापरवाही का खुलासा
रेल हादसे जुड़ा एक ऑडियो सामने आया है, जिसमें घटनास्थल से कुछ दूरी पर तैनात गेटमैन और एक रेलवे वर्कर की बातचीत है। गेटमैन बता रहा है कि पटरी पहले से टूटी थी, लेकिन उस पर सही से काम नहीं किया जा रहा था। जो पटरी काटी गई थी, उसे जोड़ा नहीं गया और ऐसे ही छोड़ दिया गया। वहां काम करने वाले वर्कर्स अपनी मशीन भी वहीं छोडक़र चले गए। जिस वक्त हादसा हुआ, जून‍ियर इंजीन‍ियर (जेई) ने अपना फोन बंद कर लिया। ऑडियो क्लिप में गेटमैन बता रहा है कि पटरी जोड़ी नहीं गई थी और ट्रेन के आने का वक्त हो गया था। ऐसे में सुरक्षा के लिए न कोई सिग्नल दिया गया और न ही लाल झंडा लगाया गया। ऑडियो सामने आने पर मोहम्मद जमशेद ने कहा कि इसकी जांच होगी।



Source: Travel