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शहर में कुत्ते और बंदरों का आतंक एक ही दिन में 32 लोगों को काटा

अलवर. शहर में लावारिस कुत्ते और बंदरों का जबरदस्त आतंक बना हुआ है। जिससे लोग काफी भयभीत हैं। रविवार को शहर के विभिन्न इलाकों में कुत्ते और बंदरों ने 32 लोगों को काट कर जख्मी कर दिया। जिससे हडक़म्प मच गया। कुत्ते और बंदरों के काटने के रोजाना मामले सामने आ रहे हैं। फिर भी जिला प्रशासन और नगर परिषद प्रशासन लापरवाह बना हुआ है।
शहर के स्कीम नम्बर-एक, स्कीम नम्बर-दो, शिवाजी पार्क, तिजारा फाटक क्षेत्र, अल्कापुरी और कालाकुआं क्षेत्र में रविवार को लावारिस कुत्ते और बंदरों ने जबरदस्त तांडव मचाया। इन इलाकों में कुत्ते और बंदरों ने एक के बाद एक 32 लोगों को काट लिया और उन्हें जख्मी कर दिया। कुत्ते और बंदरों के काटने के बाद ये लोग इलाज के लिए राजीव गांधी सामान्य अस्पताल पहुंचे। एक ही दिन में कुत्ते और बंदरों के काटने के 32 मामले आने पर अस्पताल प्रशासन में अफरा-तफरी मच गई। घायलों लोगों का तुरंत इलाज शुरू करते हुए उनकी ड्रेङ्क्षसग की गई और उन्हें इंजेक्शन लगाए गए।
रैबीज के लगते हैं चार इंजेक्शन : कुत्ते, बंदर व अन्य किसी भी पशु के काटने पर रैबीज का इंजेक्शन लगाया जाता है। पहले 7 इंजेक्शन लगाए जाते थे, लेकिन अब चार इंजेक्शन लगाए जाते हैं। सामान्य चिकित्सालय व शहर की अन्य सभी डिस्पेंसरियों में उपलब्ध होते हैं। बाजार में प्रति इंजेक्शन की कीमत 300 रुपए होती है। जबकि अस्पताल में ये इंजेक्शन नि:शुल्क ही लगाए जाते हैं। कुत्ता व बंदर के काटने पर पहले दिन यह इंजेक्शन लगाया जाता है। इसके साथ ही 3, 7 व 28 दिन में यह इंजेक्शन लगाना जरुरी होता है।

आवासीय कॉलोनियों में लोग परेशान

अलवर में कुत्ते और बंदरों की बढ़ती संख्या से लोग परेशान हैं। पिछले दिनों अपनाघर शालीमार में लिफ्ट में एक महिला कुत्ते को लेकर आ रही थी। कुत्ते से एक बच्ची पर झपट्टा मार दिया था, जिससे वह बच्ची काफी डर गई थी। वहीं, शहर के स्कीम नम्बर-एक कॉलोनी में 22 नवम्बर को ओमप्रकाश खण्डेलवाल को लावारिस कुत्ते ने काट लिया था।

शिवाजी पार्क में छह लोगों को पागल कुत्ते ने काटाड्ड
शिवाजी पार्क इलाके में पिछले कई दिनों से एक पागल कुत्ता घूम रहा है। जिससे लोग भयभीत हैं। इस पागल कुत्ते ने रविवार को शिवाजी पार्क इलाके में 6 लोगों को काट लिया। इसके बाद लोग काफी डर गए। जिस इलाके में यह पागल कुत्ता घूमता रहा वहां लोग घरों में कैद हो गए। वहीं, बंदरों के काटने मामले में जयपुर रोड उमरैण और तिजारा फाटक क्षेत्र में बंदरों के काटने के ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं।

सामान्य अस्पताल में रविवार को एक ही दिन में कुत्ते और बंदरों के काटने के 32 मामले आए। इनमें जितनी संख्या लावारिस कुत्तों के काटने की है उतनी ही संख्या पालतू कुत्तों के काटने की है। कुत्तों व बंदरों से सावधान रहने की जरुरत है। अस्पताल में रैबीज के इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।
-डॉ. राजेंद्र चौधरी, एमओटी इंजार्च, सामान्य चिकित्सालय, अलवर।



Source: Education