साल 2022 में देश ने पकड़ी रफ्तार… 'मन की बात' में और क्या बोले PM मोदी, 10 खास बातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल के अंतिम रविवार को मन की बात कार्यक्रम में साल भर की उपलब्धियों के बारे में बताया। इसमें प्रधानमंत्री ने इस साल की विभिन्न घटनाओं और हाइलाइट्स को याद करते हुए “मन की बात” में साल 2022 को परिभाषित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि साल 2022 वाकई कई मायनों में बहुत ही प्रेरक और अद्भुत रहा। इस साल भारत ने अपनी आजादी के 75 पूरे किए हैं और इसी साल अमृतकाल का प्रारंभ हुआ है। इस साल देश ने नई रफ़्तार पकड़ी, सभी देशवासियों ने एक से बढ़कर एक काम किया। 2022 की विभिन्न सफलताओं ने आज पूरे दुनिया में भारत के लिए एक विशेष स्थान बनाया है।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने साल इस साल को परिभाषित करते हुए कहा कि साल 2022 यानि भारत द्वारा दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का मुकाम हासिल करना। साल 2022 यानि भारत द्वारा 220 करोड़ vaccine का अविश्वसनीय आंकड़ा पार करने का रिकॉर्ड।साल 2022 यानि भारत द्वारा निर्यात का 400 Billion Dollar का जादुई आंकड़ा पार कर पाना। 2022 यानि देश के जन-जन द्वारा ‘आत्मनिर्भर भारत’ के संकल्प को अपनाना और जी कर दिखाना, जिसमें Space, Drone और Defence Sector शामिल हैं। साल 2022 में भारत का हर क्षेत्र में दमखम रहा।
PM मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहीं ये खास बातें-
– 2022 की उपलब्धियों ने दुनिया में भारत के ने एक विशेष स्थान बनाया है। इस साल का मतलब था कि भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का दर्जा हासिल किया है। इसके साथ ही भारत ने विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए 220 करोड़ कोविड-19 वैक्सीन की खुराक दी।
– साल 2022 में भारत को हर क्षेत्र में सफलता मिली, चाहे वह खेल क्षेत्र में हो जैसे कि राष्ट्रमंडल खेल या हमारी महिला हॉकी टीम की जीत, हमारे युवाओं ने अपार क्षमता दिखाई। इन सबके अलावा 2022 एक और वजह से याद किया जाएगा। वो है, ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की भावना का विस्तार होना है। देश के लोगों ने एकता को सैलिब्रेट करने के लिए कई अद्भुत आयोजन किए हैं। गुजरात के माधवपुर मेला हो, जहां रुक्मिणी विवाह और भगवान कृष्ण के पूर्वोतर से संबंधों को सैलिब्रेट किया जाता है। इसके अलावा काशी-तमिल संगमम् हो, इन पर्वों में भी एकता के कई रंग दिखाई दिए।
– प्रधानमंत्री ने कहा कि “अगस्त में मनाए जाने वाले ‘हर घर तिरंगा’ को कौन भूल सकता है? वह भारत के प्रत्येक नागरिकों के लिए रोंगटे खड़े कर देने वाला क्षण था। आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में इस अभियान के दौरान पूरे देश ने तिरंगे को गले लगा लिया। छह करोड़ से ज्यादा लोगों ने तिरंगे के साथ सेल्फी भी भेजीं। अमृत महोत्सव अगले साल भी इसी भावना से मनाया जाएगा और अमृत काल की नींव को मजबूत करेगा।
– इसी साल भारत को G20 का अध्यक्ष बनने की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। इस बारे में मैंने पिछली बार भी विस्तार से चर्चा की थी। 2023 में हमें G20 के उत्साह को और ऊंचाइयों पर ले जाना है। हमें इस आयोजन को एक जन आंदोलन बनाना है।
– आज दुनियाभर में धूमधाम से क्रिसमस का त्योहार भी मनाया जा रहा है। ये Jesus Christ के जीवन, उनकी शिक्षाओं को याद करने का दिन है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने क्रिसमस पर सभी देशवासियों को शुभकामनाएं भी दी।
– प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हम सभी के श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपयी का जन्मदिन है। वे एक महान राजनेता थे, जिन्होनें देश को असाधारण नेतृत्व दिया। हर भारतवासी के ह्रदय में उनके लिए एक खास स्थान है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि मुझे कोलकाता से आस्था का एक पत्र मिला है। इस पत्र में उन्होंने हाल की अपनी दिल्ली यात्रा का जिक्र किया है। वे लिखती हैं कि इस दौरान उन्होंने PM Museum देखने के लिए समय निकाला । इस Museum में उन्हें अटल जी की Gallery खूब पसंद आई। अटल बिहारी वाजपयी के साथ वहां खीची गई तस्वीर तो उनके लिए यादगार बन गई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अटल बिहारी की गैलरी में हम, देश के लिए उनके बहुमूल्य योगदान की झलक देख सकते हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर हो, शिक्षा या फिर विदेश नीति, उन्होंने भारत को हर क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर ले जाने का काम किया।
– प्रधानमंत्री ने कहा कि आज के युग में भारतीय चिकित्सा पद्दतियां जितनी ज्यादा होंगी उतना ही पूरी दुनिया में उनकी स्वीकार्यता बढ़ेगी। इसी सोच के साथ, दिल्ली के AIIMS में भी एक प्रयास किया जा रहा है। यहां हमारी पारंपरिक चिकित्सा पद्दतियों को वैलिडेट करने लिए छह साल पहले एकीकृत चिकित्सा और अनुसंधान केंद्र की स्थापना की गई। इसमें लेटेस्ट मार्डन टेक्नोलॉजी और रिसर्च मैथेड का यूज किया जाता है। यह सेंटर पहले ही प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय journals में 20 papers प्रकाशित कर चुका है।
– नामामि गंगे योजना के बारे में बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सदियों से कल-कल बहती माँ गंगा को स्वच्छ रखना हम सबकी बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। इसी उद्देश्य के साथ आठ साल पहले हमने “नमामि गंगे अभियान’ की शुरुआत की थी। हम सभी के लिए यह गौरव की बात है कि भारत की इस पहल को आज दुनियाभर की सराहना मिल रही है। यूनाइटेड नेशन ने ‘नमामि गंगे’ मिशन को इकोसिस्टम को रिस्टोर करने वाले दुनिया के Top Ten Initiatives में शामिल किया है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘नमामि गंगे’ अभियान की सबसे बड़ी ऊर्जा लोगों की निरंतर सहभागिता है। ‘नमामि गंगे’ अभियान में गंगा प्रहरियों और गंगा दूतों की भी बड़ी भूमिका है। वे पेड़ लगाने, घाटों की सफाई, गंगा आरती, नुक्कड़ नाटक, पेंटिंग और कविताओं के जरिए जागरूकता फैलाने में जुटे हैं।
– प्रधानमंत्री ने ‘स्वच्छ भारत मिशन’ का जिक्र करते हुए बोले कि आज हर भारतीय के मन में रच-बस चुका है। साल 2014 में इस जन आंदोलन के शुरू होने के साथ ही इसे नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए लोगों ने कई अनूठे प्रयास किये हैं। ये प्रयास सिर्फ समाज के अंदर ही नहीं बल्कि सरकार के अंदर भी हो रहे हैं। पिछले दिनों सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने भी मुंबई, अहमदाबाद, कोलकता, शिलांग, सहित कई शहरों में अपने दफ्तरों में भरपूर प्रयास किया है।
– प्रधानमंत्री ने कहा कि हाल ही में दुबई से खबर आई कि वहां के कलारी club ने गिनीज बुक ऑफ वर्ड रिकार्ड में नाम दर्ज किया है। कोई भी सोच सकता है कि दुबई के club ने Record बनाया तो इसमें भारत से क्या संबंध? दरअसल ये रिकार्ड भारत की प्राचीन मार्शल आर्ट कलारीपयट्ट से जुड़ा है। ये रिकार्ड एक साथ सबसे अधिक लोगों के द्वारा कलारी के प्रदर्शन का है।
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Source: National