भव्य जगन्नाथ कॉरिडोर में एक साथ खड़े होंगे 6000 भक्त
भुवनेश्वर. पुरी के प्रतिष्ठित जगन्नाथ मंदिर के नवनिर्मित कॉरिडोर का प्रोजेक्ट अयोध्या के राम मंदिर से पहले पूरा हो गया है। अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा से सात दिन पहले 15 से 17 जनवरी तक इसके भव्य उद्घाटन समारोह की तैयारियां चल रही हैं। इसके लिए चार धाम समेत देश के एक हजार से ज्यादा मंदिरों को न्योता भेजा गया है। नेपाल के राजा को भी निमंत्रण भेजा गया।
इस प्रोजेक्ट का मकसद 12वीं शताब्दी के जगन्नाथ मंदिर के चारों ओर के गलियारे को आधुनिक तीर्थस्थल बनाना है। कॉरिडोर बनने से एक साथ 6,000 भक्तों के लिए खड़े होने की जगह होगी। प्रोजेक्ट पर ओडिशा सरकार ने 943 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। इसमें सात मीटर का हरा बफर जोन और 10 मीटर का पैदल यात्री यात्री क्षेत्र है, जिसका इस्तेमाल मंदिर की परिक्रमा के लिए किया जाएगा। उद्घाटन समारोह के मेहमानों की सूची में कई वीआइपी, कॉर्पोरेट दिग्गज और मशहूर हस्तियां शामिल हैं।
दीवारों पर कलाकृतियां, कई सुविधाएं
जगन्नाथ मंदिर कॉरिडोर कई सुविधाओं से लैस होगा। इनमें तीर्थयात्रियों के सामान की स्क्रीनिंग सुविधा, करीब 4,000 परिवारों के सामान रखने के लिए अलमारियां, आराम के लिए आश्रय मंडप, हाईटेक कार पार्किंग आदि शामिल हैं। मुख्य मंदिर और मौसीमा मंदिर को जोडऩे वाले तीन किलोमीटर लंबे मार्ग के किनारे दीवारों पर कलाकृतियां अंकित की गई हैं। इनमें देश की सभी प्रमुख इमारतों को दर्शाया गया है।
यज्ञ से शुरुआत, चारों वेदों का पाठ
लोकार्पण यज्ञ 15 जनवरी को शुरू होगा और 17 जनवरी को संपन्न होगा। मंदिर के चारों द्वारों पर वेदों का पाठ किया जाएगा। पूर्वी द्वार के लिए ऋग्वेद, दक्षिणी के लिए यजुर्वेद, पश्चिमी के लिए सामवेद और उत्तरी द्वार के लिए अथर्ववेद का पाठ होगा। तीन दिन तक चौबीस घंटे ढोल-नगाड़ों के बीच भजन-कीर्तन जारी रहेंगे।
Source: Religion and Spirituality