भारत ही नहीं इन देशों में भी धूमधाम से मनाई जाती है जन्माष्टमी, पांचवें देश का नाम सुनकर हो जाएंगे हैरान
नई दिल्ली। भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक जन्माष्टमी, सिर्फ भारत में ही नहीं दुनियाभर में मनाई जाती है। नटखट कन्हैया की लीलाओं के चर्चे सिर्फ भारत ही नहीं कई देशों में फैली हुई हैं। विश्व के कई देशों हिंदुओं के इस प्रमुख त्योहार को धूमधाम से मनाया जाता है। साथ ही कई जगह तो माखनचोर कान्हा के भव्य मंदिर भी मौजूद हैं।
इस रिपोर्ट में हम आपको ऐसे ही कुछ देशों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां जन्माष्टमी के उत्सव के रंग शानदार तरीके से बिखरते हैं।
कनाडा
बात सबसे पहले कनाडा की। यहां सबसे अधिक भारतीय रहते हैं, ऐसे में लाजमी है कि जनमाष्टमी का त्यौहार अलग ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। कनाडा में स्थित रिचमंड हिल हिंदू मंदिर में खासतौर पर यह दिन धूमधाम से मनाया जाता है। कोई भी श्रद्धालु इस त्योहार से संबंधित संगीत समारोहों और अन्य जलसों के आनंद के लिए यहां पहुंच सकता है।
कहा जाता है कि जन्माष्टमी की आधी रात को बजने वाली शंख ध्वनि और फूलों की मनमोहक खुशबू किसी को भी पूरी तरह से एक अलग दुनिया में ले जाने के लिए काफी है।
सिंगापुर
अगस्त या सितंबर में पड़नेवाले इस त्योहार के दौरान अगर आप सिंगापुर में हैं, तो वहां के मार्केट को देखकर आपको लगेगा ही नहीं कि आप भारत से बाहर कहीं है। वहां की दुकानों में भगवान कृष्ण की मूर्तियां, झूले, बांसुरी के अंबार देखने को मिलते हैं। यही नहीं, वहां के श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर में भी जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में खास जलसा होता है।
न्यूजीलैंड
ऑस्ट्रेलिया के पास स्थित न्यूजीलैंड देश में भी जन्माष्टमी की खास रौनक देखने को मिलती है। ‘सिटी ऑफ सेल्स’ के नाम से मशहूर न्यूजीलैंड के शहर ऑकलैंड में श्रीकृष्ण-राधा का एक बहुचर्चित मंदिर मौजूद है। जन्माष्टमी के दिन इस मंदिर की खूबसूरती में चार चांद लग जाते हैं। बता दें कि इस त्यौहार पर मंदिर में लाइटिंग, प्रार्थना और भक्ति संगीत को मिलाकर ऐसा जलसा होता है कि भक्त उसमें पूरी तरह रम जाते हैं।
पेरिस
सिटी ऑफ लाइट्स कहे जानेवाले यूरोपीय शहर पेरिस में जन्माष्टमी का उत्सव की बात भले ही आपके गले में न उतरे, पर यह सच है कि यहां भी जन्माष्टमी की भव्य धूम होती है। इस पर्व पर शहर में स्थित राधा पैरिसीसवारा मंदिर में खूब धूमधाम से भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाता है। यहां लोग पूजा करने से पहले श्रीकृष्ण के लिए पूरे दिन का व्रत भी रखते हैं।
मलेशिया
मुस्लिम बहुल वाले इस देश के कुआलालम्पुर में भारतीय समुदाय के लोग हर साल धूमधाम से यह त्योहार मनाते हैं। यहां के श्रद्धालु ड्रामा और नाच-गाने के साथ भगवान कृष्ण का जन्मदिवस मनाते हैं। दावा किया जाता है कि इस दिन पूजा के बाद ऐसा प्रसाद मिलता है, जिससे खाकर लोग अपनी उंगलियां चाटने लगते हैं।
Source: World